जम्मू: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चत्रू क्षेत्र में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच चल रही मुठभेड़ में महाराष्ट्र के एक जवान शहीद हो गए हैं। सेना के अनुसार, यह मुठभेड़ गुरुवार सुबह 6:30 बजे शुरू हुई, जब सुरक्षाबलों ने जंगलों में छिपे आतंकियों से संपर्क स्थापित किया।
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर (16 कोर) ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:
“चालू अभियान के दौरान भीषण मुठभेड़ जारी है। हमारे एक #ब्रेवहार्ट को गंभीर चोटें आईं और उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश के बावजूद वे वीरगति को प्राप्त हो गए। ऑपरेशन अभी भी जारी है।”
🇮🇳 शहीद जवान की पहचान और इलाके की स्थिति:
शहीद जवान की पहचान संदीप पांडुरंग गायकवाड़ के रूप में हुई है, जो महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले के ब्राह्मणवाड़ा गांव, अकोले तहसील के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की खबर से गांव में शोक की लहर फैल गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 3 से 4 आतंकवादी चत्रू के घने जंगलों में छिपे हुए हैं, और सुरक्षाबल उन्हें खोजने में जुटे हैं। इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया है, और अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।
ऑपरेशन ‘त्राशी’ और पहले की घटनाएं:
सेना की ओर से जानकारी दी गई कि यह अभियान “ऑप त्राशी” के तहत चलाया जा रहा है। इसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना की संयुक्त टीम हिस्सा ले रही है। यह वही इलाका है जहां 12 अप्रैल को एक और मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गए थे।
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और हमदर्दों के खिलाफ आक्रामक अभियान तेज कर दिए हैं। उस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने धार्मिक आधार पर लोगों को निशाना बनाकर 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी।
सीमा क्षेत्रों में स्थिति और पाकिस्तान पर चेतावनी:
पुंछ, राजौरी, बारामुला और कुपवाड़ा जैसे सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद बची विस्फोटक सामग्री को निष्क्रिय किया जा रहा है। अब भी कई लोग अपने घरों को नहीं लौटे हैं।
भारत और पाकिस्तान के DGMOs द्वारा 12 जून को सीज़फायर समझौता हुआ था, लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि यह समझौता तभी तक कायम रहेगा जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को नहीं बढ़ावा देता।

