रांची । रांची शहर झारखंड की राजधानी है, राजधानी की छवि से पूरे राज्य की छवि बनती है। आज यहां 84 करोड़ की लागत से रांची शहर के सुंदरीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास हो रहा है। हमारी सरकार की सोच है कि कोई भी विकास योजना लंबे समय के लिए होनी चाहिए जिसका लाभ सिर्फ हमें ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी मिल सके। विकास का पैमाना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाकर नहीं बल्कि पर्यावरण के साथ संतुलन बनाकर होना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में आयोजित रांची शहर के विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची के बीचो-बीच स्थित जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम एवं बड़ा तालाब का कायाकल्प कर आकर्षक रूप प्रदान करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। जो लोग बाहर से रांची आते हैं वे एक बार जरूर इन जगहों पर घूमने पधारें इस सोच के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है।
समस्याओं के जिम्मेदार हम होंगे तो समाधान भी हमें ही ढूंढने पड़ेंगे
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि विकास योजनाओं का स्वरूप पर्यावरण के साथ समन्वय स्थापित कर तैयार करें। आज से 25-30 साल पहले की रांची का वातावरण और वर्तमान समय में रांची का वातावरण में काफी अंतर दिखाई पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि शहर के अंदर खाली जमीनों पर वृक्ष लगाकर शहर को हरा-भरा बनाया जाए इस निमित्त विभाग को निर्देशित भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ सरकार के प्रयासों से ही नहीं बल्कि आम जनता को भी अपने वार्ड, गली-मोहल्लों में पौधारोपण करनी चाहिए तभी हम स्वच्छ वातावरण और सुंदर शहर की परिकल्पना को पूरा कर सकेंगे।
छोटी-छोटी चीजों से बड़े बदलाव संभव
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील किया कि सड़कें पतली और संकीर्ण होने से छोटी-छोटी गाड़ियां भी गली मोहल्लों में नहीं पहुंच पाती है अतएव शहरवासी इन समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर प्रयासरत रहें तथा अपने-अपने घरों के सामने स्वेछापूर्वक कुछ भूमि छोड़कर गृह निर्माण करें ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप जमीन छोड़ेंगे तो आप का भी अधिकार होगा कि सरकार उस जमीन पर सड़क निर्माण करे। रांची शहर में जनसंख्या का दबाव काफी तेजी से बढ़ा है। जनसंख्या के हिसाब से सड़कों पर गाड़ियां भी अधिक हो गई हैं। हल्की बरसात में सड़कों पर पानी बहने लगता है, हल्की तूफान से बिजली कट जाती है। रांची शहर के विकास कार्यों में तेजी के साथ-साथ हर पहलुओं पर पैनी नजर रखने की आवश्यकता है।
विकास परियोजनाओं में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि रांची शहर में विभिन्न विकास परियोजना का शिलान्यास आज 84 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है। मेरा मानना है कि इन विकास परियोजनाओं की राशि का सही तरीके से उपयोग किया जाए तो यह राशि हजार करोड़ के बराबर हो सकती है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विकास परियोजनाओं पर लापरवाही करने वाले लोगों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
संक्रमण काल में राज्यवासियों ने धैर्य का परिचय दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के गरीब-गुरबा, मजदूर वर्ग के लोग हतोत्साहित न हो इस हेतु राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। राज्यवासी एवं रांचीवासियों ने संक्रमण काल में धैर्य का परिचय दिया है। यहां के लोग इस हेतु धन्यवाद के पात्र हैं। सभी लोगों के सहयोग से संक्रमण काल में राज्य को विकट परिस्थिति से बचाया गया है। आने वाली चुनौतियों के लिए भी हमसबों को तैयार रहने की आवश्यकता है।