रांची: झारखंड में सोने और रेयर मेटल की खदानों की खोज तेज हो गई है। खूंटी, सरायकेला और रांची जिलों में झारखंड सरकार की नवगठित कंपनी झारखंड एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (JEMCL) सोने की खदानों की संभावनाओं की जांच कर रही है।
खूंटी में सोने की खदान की संभावना
JEMCL खूंटी जिले के उलीहुरांग क्षेत्र में सोने की खदान की खोज कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले दो-तीन महीनों में अन्वेषण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और फिर खदान की नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी।
अन्य इलाकों में भी अन्वेषण जारी
खूंटी के अलावा, सरायकेला और रांची के पोंडेपाई, बरोदाटोली और हुरुंरगाडीह में भी सोने की खदान की संभावना तलाशी जा रही है। इन क्षेत्रों में साइट की जांच पूरी हो चुकी है और मिट्टी के सैंपल की टेस्टिंग जारी है।
अनगड़ा में रेयर मेटल की खोज
रांची जिले के अनगड़ा में रेयर मेटल ब्लॉक की खोज भी चल रही है। अन्वेषण कार्य पूरा होते ही रिपोर्ट तैयार कर सरकार को दी जाएगी।
JEMCL की अन्य परियोजनाएं
JEMCL फिलहाल 15 प्रमुख खनिज परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें शामिल हैं:
- बॉक्साइट ब्लॉक: लोहरदगा (हरहरा, कालहारी, खमार, पुलुंग, रुदनी)
- लिथियम व रेयर मेटल: कोडरमा (दुधाकोला)
- लाइमस्टोन ब्लॉक: गढ़वा (धुरकी)
- काइनाइट ब्लॉक: पूर्वी सिंहभूम (बेनगरिया)
- चाइना क्ले: साहिबगंज, लोहरदगा
- स्टोन ब्लॉक: सरायकेला, गुमला
JEMCL की भूमिका
JEMCL की एमडी आकांक्षा रंजन के अनुसार, सोने समेत अन्य खनिजों के अन्वेषण के बाद सरकार को रिपोर्ट दी जाती है। इसके आधार पर सरकार तय करती है कि संबंधित ब्लॉक में खनिज दोहन की प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ाई जाए।
झारखंड के लिए क्या है महत्व?
अगर झारखंड में सोने की खदानें मिलती हैं, तो यह राज्य के आर्थिक विकास के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इससे खनन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।