गिरिराज सिंह का विवादित बयान: घुसपैठ और सामाजिक बदलाव पर उठाए सवाल
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने पूर्णिया में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में बयान दिया है जो विवादों को जन्म दे सकता है। सिंह ने कहा कि यदि पंडित नेहरू ने देश के विभाजन के समय मुसलमानों को पाकिस्तान और हिंदुओं को भारत लाया होता, तो आज देश की सामाजिक व्यवस्था बेहतर होती। उनके अनुसार, बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदू अपनी ज़मीन की लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि मुसलमान घुसपैठ कर रहे हैं।
घुसपैठ और सामाजिक व्यवस्था पर गिरिराज सिंह का बयान:
गिरिराज सिंह ने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदू अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि मुसलमान घुसपैठ कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि सीमांचल क्षेत्र जैसे किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार में डेमोग्राफी तेजी से बदल रही है, और यह स्थिति चिंता का विषय है। सिंह ने इन इलाकों में हिंदू संगठनों के साथ बड़ी बैठक की तैयारी की बात की और कहा कि इन जिलों में बढ़ती जनसंख्या के कारण स्थिति बिगड़ रही है।
‘जब तक हिंदू है, तब तक लोकतंत्र है’
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि जब तक हिंदू समुदाय है, तब तक लोकतंत्र कायम रहेगा। यह बयान विशेष रूप से उस समय आया है जब भारत में धार्मिक और जातीय मुद्दों पर तीखी बहस हो रही है।
इस बयान के बाद, यह स्पष्ट है कि गिरिराज सिंह का ध्यान सीमांचल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की ओर है, जहां जनसंख्या परिवर्तन को लेकर चिंता जताई जा रही है। उनके बयान ने एक बार फिर समाज में धर्म और जनसंख्या के मुद्दे को लेकर चर्चा को तूल दिया है।