चाईबासा दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में रोजगार का अभाव रहा। प्रतिष्ठान बंद रहे। राज्य के श्रमिक अपने गांव लौट रहे थे। मानो गरीबों पर पहाड़ टूट पड़ा हो। इस को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने कई योजना ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की ताकि ग्रामीणों को रोजगार मिल सके। पश्चिमी सिंहभूम की बात करें तो फोटो हो खेल योजना के तहत 724 मैदान तैयार किए जाने हैं, इनमें से एक 114 मैदान का कार्य पूर्ण हो चुका है। 420 मैदान का निर्माण कार्य जारी है।
उन्होने कहा कि किसानों की ऋण माफी के तहत प. सिंहभूम के करीब 1500 लाभुकों को आच्छादित किया गया है। अन्य किसानों को इस योजना से आच्छादित करने का कार्य जारी है। करीब 64 करोड़ रुपए ऋण के तहत किसानों के माफ किए गए हैं। आने वाले दिनों में किसानों की समृद्धि के लिए हर संभव प्रयास सरकार करेगी।
हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व होना चाहिये
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड के ग्रामीण क्षेत्र में खिलाड़ियों की संभावना दिखती है। इसके प्रोत्साहन हेतु राज्य सरकार ने जिला खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति की। बड़े पैमाने पर खिलाड़ियों की भी नियुक्ति की गई है। टोक्यो ओलंपिक में राज्य की बेटियां जौहर दिखा रही हैं। ये आदिवासी बच्चे हैं, जिन्होंने बिना संसाधन के मुकाम पाया है। हमें इन पर गर्व होना चाहिए।
संक्रमण काल में प्रबंधन की चर्चा हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण काल में हमने काफी उतार-चढ़ाव को देखा। गतिविधियां जहां थी वहीं रुक गई थीं। सरकार ने आर्थिक सामाजिक क्षेत्र में कमजोर लोगों को समृद्ध करने का संकल्प लिया है। अब धीरे-धीरे महामारी से जूझते हुए आगे बढ़ रहे हैं। संक्रमण काल में अपने सीमित संसाधनों से झारखण्ड ने जो प्रबंधन किया, उसकी चर्चा रही। लेकिन हमें इस संक्रमण के प्रति हमेशा सजग रहना है। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन करते हुए इस चुनौती का हम मिलकर सामना करेंगे।