नई दिल्ली, 1 अप्रैल 2024 (ठंडी रात)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर कड़े वचन बोलते हुए कहा कि 2014 से पहले के चुनावों में कितना पैसा खर्च किया गया था, यह एक एजेंसी बता सकती है। उन्होंने यह बयान एक निजी तमिल न्यूज चैनल के साथ हुई बातचीत में दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “इलेक्टोरल बॉन्ड की वजह से फंडिंग का सोर्स पता चल जाता था। क्या कोई एजेंसी हमें बता सकती है कि 2014 से पहले चुनावों में कितना पैसा खर्च किया गया था?”
मोदी ने इसके साथ ही इलेक्टोरल बॉन्ड की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड की नीति से यह पता चलता है कि किस पार्टी को कहां से किसने चंदा दिया है।
मोदी ने उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर विपक्ष के बयानों को कटाक्ष करते हुए कहा, “चुनावी बांड की बदौलत अब हम फंडिंग के सोर्स का पता लगा सकते हैं। कुछ भी सही नहीं है, हर चीज में खामियां हैं मगर उन्हें दूर किया जा सकता है।”
मोदी ने उस निजी तमिल न्यूज चैनल के साथ बातचीत में इलेक्टोरल बॉन्ड की जमकर वकालत की है।
इस बारे में विपक्ष ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मोदी सरकार की पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री ने भी इलेक्टोरल बॉन्ड को सपोर्ट किया था। वे कहते हैं कि इस बॉन्ड के माध्यम से किसी भी पार्टी को चंदा देने का स्रोत पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
पिछले सप्ताह, संसद में भारतीय जनता पार्टी के विरोध में कांग्रेस ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर कड़े आरोप लगाए थे। वे कहते हैं कि इस से भ्रष्टाचार बढ़ा है और चंदे के स्रोत को गुप्त रखने की कोशिश की जा रही है।
साथ ही, वे इस पर भी जोर दे रहे हैं कि इसके माध्यम से अनियमितता बढ़ गई है और पार्टियों को अपने चंदे का हिसाब नहीं देना पड़ता है।
संबंधित रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच गहरी विवाद चल रहा है। इसके बारे में सरकार ने कहा है कि यह एक आवाज के बदले अनावश्यक विवाद नहीं होना चाहिए।
इस समय, सरकार ने इस विवाद को सुलझाने के लिए विपक्ष से बातचीत का आह्वान किया है।