बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के घर और अन्य ठिकानों पर विशेष निगरानी इकाई (विजिलेंस) ने छापेमारी की, जिसमें भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई। अधिकारियों ने बताया कि नकदी इतनी अधिक थी कि गिनने के लिए मशीनों का सहारा लेना पड़ा।
मामले का खुलासा:
विजिलेंस की जांच में पाया गया कि रजनीकांत प्रवीण ने 20 वर्षों की सेवा में 1.87 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी वैध आय से कई गुना अधिक है। यह संपत्ति दरभंगा, समस्तीपुर और बेतिया में फैली हुई है।
छापेमारी की जगहें:
- बेतिया: रजनीकांत प्रवीण का निजी आवास
- समस्तीपुर: ससुराल
- दरभंगा: अन्य संपत्तियां
छापेमारी के दौरान:
जब विजिलेंस की टीम उनके घर पहुंची, उस समय रजनीकांत प्रवीण पूजा कर रहे थे। छापे के दौरान घर के अंदर से नकदी के बंडल, संपत्ति के दस्तावेज, और अन्य अवैध संपत्तियों से जुड़े कागजात बरामद किए गए।
पत्नी की भूमिका:
रजनीकांत प्रवीण की पत्नी सुषुमा कुमारी, जो पहले संविदा शिक्षिका थीं, ने अपनी नौकरी छोड़ दी और अब दरभंगा में ओपन माइंड बिरला स्कूल की निदेशक के रूप में काम कर रही हैं। बताया जा रहा है कि इस स्कूल का संचालन अवैध कमाई से किया जा रहा है।
आरोप और जांच:
विशेष निगरानी इकाई को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि प्रवीण ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध कमाई की है।
- उनकी संपत्ति 2005 से 2023 के बीच अर्जित की गई है।
- कुल चल और अचल संपत्ति का मूल्य उनकी आय से काफी अधिक पाया गया है।
विजिलेंस की कार्रवाई जारी:
फिलहाल, विजिलेंस टीम की कार्रवाई बेतिया, समस्तीपुर, और दरभंगा में चल रही है। टीम ने बरामद नकदी और संपत्ति के दस्तावेजों की गहन जांच शुरू कर दी है।