हजारीबाग में बड़ा फर्जीवाड़ा, गरीब किसान को दो करोड़ का नोटिस
हजारीबाग: जिले में जीएसटी धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक गरीब किसान के नाम पर तीन फर्जी कंपनियां बनाई गईं, जिन्होंने 54 करोड़ रुपये के कोयला लेन-देन का गोरखधंधा किया। बनारस जीएसटी विभाग ने इस मामले में किसान को दो करोड़ रुपये के क्लेम का नोटिस भेजा, जिससे उसका पूरा परिवार सदमे में आ गया।
दस्तावेजों का दुरुपयोग
यह मामला हजारीबाग के हुटपा गांव निवासी किसान मुकेश कुमार सिंह से जुड़ा है। अज्ञात लोगों ने उनके पैन कार्ड, बैंक खाते और अन्य दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल कर उनके नाम पर जीएसटी नंबर लिया। इसके बाद इन फर्जी कंपनियों ने हजारों टन कोयला खरीदकर 54 करोड़ रुपये की हेराफेरी की।
पुलिस जांच में तीन कंपनियां बेनकाब
पुलिस जांच में पता चला कि किसान मुकेश कुमार के नाम से तीन निजी कंपनियां पंजीकृत की गईं, जिन्होंने 2022 से 2024 तक कोयले का अवैध कारोबार किया। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को आरोपी बनाया है और कांड संख्या 16/25 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
धोखाधड़ी का खुलासा ऐसे हुआ
जब किसान को जीएसटी विभाग से दो करोड़ रुपये का नोटिस मिला, तो वह इसे समझ नहीं सका। अपने एक मित्र की मदद से उसने स्थानीय चार्टर्ड अकाउंटेंट से संपर्क किया और फिर पूरी साजिश सामने आई। जांच में पता चला कि उसके जनधन खाते और जमीन के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यह घोटाला किया गया था।
क्रेडिट कार्ड के नाम पर मिले थे दस्तावेज
पुलिस जांच में सामने आया कि तीन साल पहले कुछ लोगों ने मुकेश से क्रेडिट कार्ड दिलाने के बहाने उसके दस्तावेज लिए थे। इसके बाद फर्जी फोन नंबर और ई-मेल के जरिए कंपनियां बनाई गईं और करोड़ों रुपये का कारोबार किया गया।
जीएसटी विभाग ने किया सतर्क
हजारीबाग में केंद्रीय जीएसटी विभाग के सहायक आयुक्त राज कुमार प्रसाद ने लोगों को आगाह किया है कि वे अपने दस्तावेज किसी को भी देने से पहले सतर्क रहें। उन्होंने सलाह दी कि इस तरह की किसी भी गड़बड़ी की आशंका होने पर तुरंत साइबर थाने और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।