उज्ज्वल दुनिया, सिमडेगा। सिमडेगा जिले को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। दरअसल सयुंक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी)ने स्थानीय क्षेत्र के विकास के लिए सफल मॉडल के रूप में जिले को सराहा है।
इस आशय का ट्वीट करते हुए डीसी सुशांत गौरव ने समस्त जिलेवासियों को हर्ष के साथ यह संदेश दिया है।
सिमडेगा को देश के उन 112 जिलों में तीसरे स्थान पर चुना गया है, जो आकांक्षी जिले के रूप में चिह्नित हैं।
डीसी ने बताया कि आकांक्षी जिला के रूप में सिमडेगा जिले का बेहतर प्रदर्शन रहा है।
स्वतंत्र मूल्यांकन रिपोर्ट में 112 जिलों में से सिमडेगा को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
इससे सिमडेगा ने जिले के साथ-साथ राज्य का नाम भी रोशन किया है।
डीसी ने बताया कि आंकाक्षी जिले के मूल्यांकन रिपोर्ट में कहा गया है कि एडीपी के तहत किए गए ठोस प्रयासों के कारण पिछड़े क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है।
पिछले तीन वर्षों में यहां के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में पहले से कहीं अधिक विकास हुआ है।
आंकाक्षी जिला कार्यक्रम पिछड़े जिलों में विकास को बढ़ावा देने में सफल रहा है।
रिपोर्ट में कार्यक्रम के चैंपियंस ऑफ चेंज डैशबोर्ड पर दी गई डेटा रैंकिंग की भी सराहना की गई है।
झारखंड के सिमडेगा, उत्तर प्रदेश के चंदौली व सोनभद्र और मध्य प्रदेश के राजगढ़ ने कार्यक्रम की शुरूआत के बाद से सबसे अधिक प्रगति की है।
एडीपी के प्रमुख क्षेत्रों में यूएनडीपी के तहत पौधरोपण, स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, बुनियादी संरचना का निर्माण एवं सुविधा और कौशल विकास व वित्तीय समावेशन के तहत इस कार्यक्रम में जिले के विकास में तेजी लाने के लिए डीसी की अहम भूमिका रही है।
डीसी ने केंद्रीय प्रभारी अधिकारी अमृत अभिजात, आकांक्षी जिला फेलो असीम सिन्हा एवं विश्वंभर नाथ नायक समेत जिला टीम को इस विकास की भूमिका में उत्प्रेरक बताते हुए शुभकामनाएं दीं।