हरियाणा (Haryana) में मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) सरकार को बुधवार को एक बड़े राजनीतिक परीक्षण का सामना करना पड़ेगा । कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ने किसानों का विश्वास और भरोसा दोनों खो दिया है । BJP-JJP गठबंधन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पेश किया है।
किसान संगठनों का समर्थन
बीजेपी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार के पक्ष में बहुमत संख्या भले ही हो, लेकिन कांग्रेस के इस कदम के पीछ किसान संगठनों ने खुल कर समर्थन दिया है और लोगों से अपने क्षेत्र के नेताओं पर सरकार के खिलाफ वोट करने का दबाव बनाने को कहा था, जिससे राजनीतिक माहौल काफी गरमा गया है।
हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ये दावा करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही थी कि बीजेपी और जननायक जनता पार्टी (JJP) की गठबंधन सरकार ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बाद शासन करने का जनादेश खो दिया है। इस बीच तीनों दलों, बीजेपी, जेजेपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को प्रस्ताव पेश होने पर सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
राकेश टिकैत ने BJP के खिलाफ वोट देने की अपील की
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले की शाम को किसान नेता राकेश टिकैत ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें पार्टी की तर्ज पर विधायकों से BJP-JJP सरकार के खिलाफ वोट करने की अपील की। टिकैत ने कहा, “कल दिखाएगा कि कौन किसानों का समर्थन करता है और कौन नहीं। हम राज्य के लोगों से भी अनुरोध करते हैं कि वे अपने प्रतिनिधियों पर प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने का दबाव डालें।”
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में वर्तमान में 88 सदस्य हैं । बीजेपी के पास 40, जबकि गठबंधन सहयोगी जेजेपी के पास 10 सीट हैं। पांच निर्दलीयों ने भी सरकार के पक्ष में अपना समर्थन दिया हुआ है। लेकिन कांग्रेस को इस विश्वास मत से कुछ राजनीतिक बढ़त की उम्मीद है।