उज्ज्वल दुनिया, कोडरमा। कोडरमा सदर अस्पताल में जिस महिला को डॉक्टर ने दो माह बाद प्रसव होने की बात कह कर लौटा दिया था, उसने घंटेभर बाद घर लौटने के क्रम में ऑटो में ही बच्चे को जन्म दे दिया।
यह घटना है 22 जून की और महिला थी डोमचांच प्रखंड स्थित मसमोहना निवासी दुर्गावती देवी।
कोडरमा सदर अस्पताल में ऐसी लापरवाही और अनदेखी कोई नई बात नहीं है।
23 जून को सदर अस्पताल की चौखट पर एक दूसरी महिला का प्रसव हो गया।
वह गिरिडीह जिले के कुबरी मानडीह से प्रसव पीड़ा होने के बाद आयी थी।
बच्चे के जन्म के बाद अस्पतालकर्मी सक्रिय हुए और उस महिला को मातृत्व सुरक्षा प्रदान किया गया।
मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल पहुंची डोमचांच की जो महिला आयी थी, उसे सदर अस्पताल की एक महिला डॉक्टर ने समय पूरा नहीं होने का हवाला देते हुए दो माह के बाद दोबारा आने की सलाह दी थी।
लेकिन घर लौटते समय कोडरमा थाना क्षेत्र के राजेंद्र चौक पर ऑटो में ही गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दे दिया।
उसके बाद प्रसूता को दोबारा सदर अस्पताल ले जाया गया।
दिलचस्प बात यह है कि उसे अल्ट्रासाउंड समेत कई तरह के जांच लिखे गए थे।
उस जांच रिपोर्ट को देखने के बाद यह सलाह दी गई।
ऑटो से वापस अपने घर लौट रही प्रसूता का प्रसव सदर अस्पताल से महज एक किलोमीटर दूर राजेंद्र चौक पर हो गया।