उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग (अजय निराला)। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल हजारीबाग से गायब किए गए 183 ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में शिकंजा कसने लगा है।
सांसों के सौदागरों पर नकेल कसते हुए अब तक तीन लोगों पर कार्रवाई की गई है।
इनमें आउटसोर्सिंग कंपनी के चालक शशि कुमार और वार्ड ब्वॉय सुरेंद्र यादव को जेल भेजा जा चुका है। वहीं स्टोरकीपर शंभूनाथ झा को सस्पेंड कर दिया गया है।
उसकी जगह पर नए स्टोरकीपर शैलेन्द्र कुमार सिन्हा को स्टोर का प्रभार सौंप दिया गया है।
सस्पेंड किए गए स्टोर कीपर का मुख्यालय सिमडेगा बनाया गया है।
इस जांच की जद में हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉ संजय जायसवाल भी हैं। उनके सरकारी आवास से दो सिलेंडर बरामद हुए थे।
हालांकि उन्होंने अपनी सफाई दी थी कि वे निजी भवन में रहते हैं, न कि सरकारी आवास में।
इधर रांची से आए स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर पिछले तीन दिनों से एचएमसीएच की व्यवस्था को खंगाल रहे हैं।
उन्होंने बीएचटी बेड हेल्थ टिकट और रेडमीसिविर की उपलब्धता और इस्तेमाल आदि की सूक्ष्मता से जांच कर रहे हैं।
ऑक्सीजन सिलेंडर, दवा, उपकरण और अन्य सामग्रियों के रखरखाव और हेराफेरी की भी छानबीन करने की जरूरत बताई जा रही है।
गौरतलब है कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में एक के बाद एक कोरोना मरीज दम तोड़ते रहे और दूसरी ओर 183 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब कर सांसों के सौदागर उसका सौदा करते रहे।
अब तक 100 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद होने की सूचना है।
इस अमानवीय वारदात में कई सफेदपोश की भी संलिप्तता कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि मामले की गहन पड़ताल में जुटी विशेष जांच टीम (एसआईटी) की गिरफ्त से सांसों के अन्य सौदागर भी ज्यादा दूर नहीं हैं।