दक्षिण कोरिया की वाहन दिग्गज हुंडई अपने निवेश का एक बड़ा हिस्सा भारतीय बाजार के लिए किफायती इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण की रणनीति में करेगी। कंपनी लागत कम करने के लिए बैटरी बनाने वालों और आपूर्तिकर्ताओं के साथ बातचीत कर रही है और इसके लिए 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया है।
हुंडई इंडिया के प्रबंध निदेशक एसएस किम ने कहा कि इलेक्ट्रिक एसयूवी कोना वर्ष 2019 में पेश की गई थी। यह रणनीति भी इसी से संबंधित है। हुंडई इंडिया के निदेशक (विपणन और बिक्री) तरुण गर्ग ने कहा कि हमने कोना की शुरुआत की थी, लेकिन हम समझते हैं कि यह सुपर-प्रीमियम खरीदार के लिए थी। अब हम मिडिल क्लास पर जोर दे रहे हैं ।
2030 तक भारतीय सड़कों पर आधी से अधिक कारें इलेक्ट्रिक होंगी
देश में 25 साल पूरे करने वाली कार विनिर्माता कंपनी हुंडई भारतीय बाजार में चार अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर चुकी है और अपने आगमन के बाद से इसकी कुल वाहन बिक्री 90 लाख से ज्यादा तक पहुंच चुकी है। देश भर में इसका कुल 1,154 डीलरशिप और 1,298 बिक्री उपरातंत वर्कशॉप वाला बिक्री नेटवर्क है।
अब टाटा की जगुआर और लैंड रोवर भी इलेक्ट्रिक
टाटा मोटर्स की ब्रिटेन स्थित सहायक कंपनी जेएलआर ने इस सप्ताह घोषणा की थी कि सभी जगुआर कारें और प्रत्येक 10 लैंड रोवर मॉडलों में से छह वर्ष 2030 तक इलेक्ट्रिक हो जाएंगे। कंपनी विद्युतीकरण और संबंधित प्रौद्योगिकियों में एक साल के दौरान करीब 2.5 अरब पाउंड (3.5 अरब डॉलर) का निवेश करेगी।
इसकी मूल कंपनी हुंडई मोटर्स और इससे संबद्ध किया मोटर्स ने वर्ष 2019 में घोषणा की थी कि वे ईवी और स्व-चालित कारों समेत भविष्य की आवागमन प्रौद्योगिकियों में 35 अरब डॉलर का निवेश करेंगी। पिछले साल उन्होंने ईवी विनिर्माण को समर्पित एक नए प्लेटफॉर्म का अनावरण किया था और वर्ष 2025 तक 23 इलेक्ट्रिक वाहन लाने की योजना बनाई थी।