Whatsapp ( वाट्सएप) की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर यूजर्स में जबरदस्त गुस्सा है । भारत सरकार भी Whatsapp की प्राइवेसी पॉलिसी की समीक्षा कर रही है। इस बीच यूजर्स अब नये विकल्पों की तलाश कर रहे हैं। वाट्सएप यूजर्स बड़ी संख्या में टेलीग्राम और सिग्नल की ओर मुड़ रहे हैं ।
भारत में व्हॉट्सएप के प्रयोगकर्ताओं की संख्या 40 करोड़ से अधिक है। वाट्सएप के डाटा को फेसबुक के साथ साझा करने को लेकर जबरदस्त नाराजगी है। भारत वैश्विक स्तर पर व्हॉट्सएप के सबसे बड़े बाजारों में से है। आईटी मंत्रालय ने अभी तक व्हॉट्सएप से किसी तरह का स्पष्टीकरण नहीं मांगा है। हालांकि, इस बारे में जल्द फैसला हो सकता है।
व्हॉट्सएप की सेवा और निजता नीति में हालिया बदलाव को लेकर बहस छिड़ी है। व्हॉट्सएप ने पिछले सप्ताह प्रयोगकर्ताओं को ‘इन-एप’ अधिसूचना के जरिए इन बदलावों की सूचना दी है। व्हॉट्सएप ने कहा है कि उसके मंच का इस्तेमाल जारी रखने के लिए प्रयोगकर्ताओं को नई शर्तों तथा नीति पर 08 फरवरी तक सहमति देनी होगी।
इसके बाद व्हॉट्सएप द्वारा फेसबुक के साथ प्रयोगकर्ताओं की सूचना को साझा करने को लेकर इंटरनेट पर बड़ी संख्या में ‘मीम्स’ चल रहे हैं। कई प्रयोगकर्ता व्हॉट्सएप के प्रतिद्वंद्वी मंचों- टेलीग्राम और सिग्नल पर स्थानांतरित हो रहे हैं। इस घटनाक्रमों के बीच वैश्विक स्तर पर इन मंचों के लाखों डाउनलोड हुए हैं। कई प्रौद्योगिकी दिग्गजों- मसलन एलन मस्क ने सिग्नल जैसे अन्य मंचों का इस्तेमाल करने की वकालत की है।
भारत में कई उद्योगपतियों- महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और फोनपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) समीर निगम ने कहा है कि वे व्हॉट्सएप के प्रतिद्वंद्वी मंचों पर स्थानांतरित होंगे। महिंद्रा ने कहा कि उन्होंने ‘सिग्नल’ को डाउनलोड किया है।