कोलकाता। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को विधानसभा के उद्घाटन सत्र को भाजपा विधायकों के हंगामे के बीच संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसी भी परिस्थिति में बंगाल का विभाजन नहीं होने देगी। हाल में दो भाजपा सांसदों ने राज्य के विभाजन की मांग की थी। इनमें से एक मांग थी कि उत्तर बंगाल को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए जबकि दूसरी मांग थी कि जंगलमहल और उसकेआसपास के इलाके को मिलाकर अलग राज्य बनाया जाए।राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान धनखड़ महज कुछ पंक्तियों को ही पढ़ पाए और इस दौरान उन्होंने रेखांकित किया तृणमूल कांग्रेस सरकार बंगाल के लोगों के बीच विभाजन के बीज बोने की कोशिश के प्रति ‘सजग’ है। राज्यपाल के लिए तैयार अभिभाषण में कहा गया कि ममता बनर्जी नीत सरकार राज्य और इसके लोगों का विभाजन किसी भी कीमत पर नहीं होने देगी।परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी की उपस्थिति में शुक्रवार दोपहर राज्यपाल ने सदन में भाषण पढ़ना शुरू किया तभी विपक्षी भाजपा के विधायक आसन के सामने आए गए और चुनाव बाद हुई हिंसा के मुद्दे पर प्रदर्शन करने लगे।