Friday 19th \2024f April 2024 09:31:13 AM
HomeBreaking Newsकिसान आंदोलन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने जताई चिंता

किसान आंदोलन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने जताई चिंता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग का ट्वीट

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UN Human Rights Commission) ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन में दोनों पक्षों को संयम बरतने की सलाह दी है । अपने ट्वीट में UNHRC ने लिखा है कि शांतिपूर्वक जमा होना और अपनी बातें रखने का अधिकार हर किसी का है, फिर चाहे वो ऑफ़लाइन हो या ऑनलाइन । सरकार को इस अधिकार का सम्मान करना चाहिए । ये जरूरी है कि दोनों पक्ष मानवाधिकारो की रक्षा करते हुए किसी सहमति पर पहुंचे ।

UNHRC के इस ट्वीट में “ऑफ़लाइन” और “ऑनलाइन” पर जोर दिया गया है । हाल के दिनों में हॉलीवुड की हस्तियों और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किए हैं । इसके बाद भारत में उनके ट्वीट को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए । UNHRC के ट्वीट को उन हॉलीवुड सेलिब्रेटी के अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में माना जा रहा है ।

https://twitter.com/meenaharris/status/1357769238954479616?s=19
कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस का ट्वीट

भारत में किसान आंदोलन को लेकर अमेरिकी मीडिया का एक बड़ा तबका भारत सरकार पर हमलावर है । वहां नरेन्द्र मोदी की छवि ट्रंप के दोस्त के रुप में प्रचारित की जा रही है । अमेरिकी मीडिया का एक हिस्सा पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का घोर विरोधी माना जाता है । अब वही लोग किसान आंदोलन के बहाने भारत की नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमलावर हैं । वे नरेन्द्र मोदी को पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की तरह ही घोर दक्षिणपंथी और तानाशाह बता रहे हैं । सीएनएन, वाशिंगटन पोस्ट और न्यूयॉर्क टाइम्स लगातार किसान आंदोलन के समर्थन में लेख लिख रहा है । भारत के कुछ पत्रकारों जैसे बरखा दत्त के लेख लगातार इन अखबारों में छप रहे हैं । हॉलीवुड सेलिब्रेटी से संपर्क कर आंदोलन के लिए समर्थन जुटाये जा रहे हैं । अमेरिका के ट्रंप विरोधी वर्ग को लगता है कि ऐसा कर वो ट्रंप के मित्र मोदी को भी सत्ता से उखाड़ फेंकेंगे ।

https://twitter.com/Abihabib/status/1357739553671512065?s=19
न्यूयॉर्क टाइम्स की पत्रकार मारिया अबी-हबीब का ट्वीट

अमेरिका, कनाडा और चीन की दिलचस्पी क्यों?

भारत में हो रहे किसान आंदोलन के पीछे मिशनरियों और वामपंथी संगठनों की अहम भूमिका है । मिशनरियों को लगता है कि इस आंदोलन के बहाने वे नरेन्द्र मोदी की सरकार का तख्तापलट कर सकते हैं । इसके लिए अमेरिका, यूरोप और कनाडा से फंड जुटाए जा रहे हैं । वहीं वामपंथी संगठनों ने चीन और पाकिस्तान से संपर्क किया है । दरअसल चीन HUWAI का 5जी भारत में लॉन्च करना चाह रहा था । अमेरिका की ट्रंप सरकार ने HUWAI 5जी को अमेरिका में ये कहते हुए बैन कर दिया था कि ये चीन की मिलिट्री की कंपनी है । अमेरिका में बैन होने के बाद HUWAI अपने 5जी के लिए भारत के विशाल मार्केट पर नजर गड़ाए हुए थी । ठीक इसी वक्त मुकेश अंबानी ने भारत में जियो का 5जी लॉन्च कर दिया । इसके बाद किसान आंदोलन के नेताओं के निशाने पर जियो और उसके टावर आ गए ।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments