कोलकाता, बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में पूर्व आइपीएस अधिकारी और भाजपा नेता भारती घोष के काफिले का रास्ता बाधित किये जाने के बाद भगवा दल और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता भिड़ गए।
कभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की विश्वस्त रही घोष ने आरोप लगाया कि हेरिया-मेधखली रोड पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने लकड़ी का लट्ठा रखकर उनका रास्ता रोका ताकि वह मेधखली में पार्टी के एक कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर सकें। वहीं, आरोपों का खंडन करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि यह भाजपा समर्थकों में गुटीय झगड़े का मामला है।
पुलिस ने बताया कि संघर्ष में दोनों पक्षों के कई लोग जख्मी हुए हैं और पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद अवरूद्ध रास्ते को खुलवा दिया गया। इसके बाद घोष वहां से चली गईं। वह सुरक्षित हैं। घोष ने कहा, “तृणमूल कांग्रेस लोगों को आतंकित करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि भाजपा लोकप्रियता हासिल कर रही है और बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी अपना आधार खो रही है।” जिला भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सड़क बाधित करने के बाद पार्टी समर्थकों पर हमला कर दिया और उन्होंने आत्मरक्षा में पलटवार किया।