पटना । राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के सुपुत्र श्री तेज प्रताप यादव झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार से बेहद नाराज हैं । पटना स्थित राजद कार्यालय पहुंचे तेज प्रताप यादव से जब पत्रकारों ने झारखंड में उनके खिलाफ दर्ज केस के बारे में पूछा तो वे उखड़ गए । तेज प्रताप यादव ने कहा कि सबसे पहले तो झारखंड सरकार के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए ।
रांची में हमारा अपमान किया गया
तेज प्रताप यादव ने कहा कि उन्होंने झारखंड के मौख्य सचिव से इस बारे में बात की थी । चीफ सेक्रेटरी साहब ने बस इतना कहा कि आप लिख कर दे दिजिए कि आप दूसरे राज्य से आए हैं और आप कोरोना टेस्ट करवा लिजिए । हमने उनके दोनों आदेश को विनम्रता पूर्वक मान लिया । लेकिन रांची में पता नहीं क्यों हमारे खिलाफ FIR दर्ज करवा दिया?
आप होटल में क्यों रुके थे ?
इस सवाल पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि पहली बात तो झारखंड सरकार को हमारे रहने का इंतजाम करना चाहिए था । अगर होटल में रुकने का नियम नहीं था तो कम से कम कोई गेस्ट हाउस ही बुक करवा देते ? चलिए गेस्ट हाउस भी नहीं दिया तो कम से कम ये तो बता देये की होटल में रुकने का नियम नहीं है? आप ही बताइए कि हम क्या करते ? क्या हमें पूरी रात सड़क पर सो कर गुजारना चाहिए था?
बड़ा काफिला लेकर क्यों गए?
तेज प्रताप यादव ने कहा कि हम पटना से सिर्फ चार गाड़ी लेकर निकले थे । रास्ते में आपने पीछे कौन आ रहा है, इसे आप कैसे रोक सकते हैं । रांची में भी कुछ लोग हमारे पीछे अपनी गाड़ी लेकर निकल पड़े । अब इसमें हम क्या कर सकते हैं ?
आपका अपमान कैसे हो गया? झारखंड के अधिकारी तो सिर्फ ड्यूटी कर रहे हैं?
जवाब:- मान लिजिए कि हेमंत सोरेन जी को पटना आना है ? वो फोन कर पूछें तो हम इधर से कह दें कि आइए, कोई दिक्कत नहीं है । और फिर जब वो यहां आएं तो हम न उनके रहने का इंतजाम करें और न खाने-पीने का …तो उनको कैसा लगेगा? ऊपर से लौटते वक्त हम उनपर FIR दर्ज करवा दें? अब इसे बेइज्जत करना नहीं कहेंगे तो क्या इज्जत देना कहेंगे?