उज्ज्वल दुनिया/जमशेदपुर। एक ओर जहां झारखंड में लगातार कोरोना संक्रामण अपना पांव तेजी से फैला रहा है। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को राज्य के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। विभाग की लापरवाही का आलम इस कदर है कि राजधानी रांची स्थित अस्क्लेपिउस अस्पताल में इलाजरत्त शहर के मानगो थानांतर्गत आजादनगर निवासी कोरोना संक्रमित एक पुरुष मरीज की मौत हो जाती है। जिसके बाद उसके शव को अंतिम संस्कार करने के लिए जमशेदपुर लाया गया। जिसके बाद मृतक का शव अंतिम संस्कार के लिए जमशेदपुर के साकची स्थित कब्रिस्तान सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक लेकर आई। वहीं अंतिम समय में जब मृतक के परिजनों ने अंतिम दर्शन के जिद्द के बाद शव को खोला गया, जिसके बाद मामला सामने आया कि शव किसी महिला का है जिसके बाद सबके होस उड़ गए।
ज्ञात हो कि शहर के वर्षिय़ व्यक्ति को निमोनिया की शिकायत के बाद बीते 1 सितंबर को रांची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहाँ ईलाज के दौरान उसकी बीते गुरुवार 4 सितंबर को मौत हो गई। वहीं मृतक के जांच में कोरोना संक्रमित पाया गया। जिसके बाद आज उसे दफनाने के लिए सड़क मार्ग से जमशेदपुर लाया गया। यहां लोग साकची कब्रिस्तान में शव को सुपुर्द-ए-खाक करने के लिए जुटे थे। शव का चेहरा हटते ही सभी दंग रह गए। पुरुष की जगह महिला का शव पाया गया। उक्त मामले में मृतक के परिजनों ने रांची के अस्पताल प्रबंधन पर सीधा आरोप लगाया। इतनी बड़ी लापरवाही अस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ी करती है।
अस्पताल के इस बड़ी लापरवाही पर मृतक के बड़े भाई अब्दुल हमीद ने बताया अस्पताल में कोरोना के ईलाज के नाम पर मरीजों को लूट रही है। वहीं अस्पताल प्रबंधन के इस लापरवाही की शिकायत राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से करते हुए उक्त अस्पताल के पंजीयन को रद्द करने की मांग करेंगे। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि मृतक समीद अंसारी का शव जमशेदपुर भेजा जाएगा।