बरही। निवेदन समिति के सभापति सह बरही विधायक उमाशंकर अकेला ने उपायुक्त के नाम आवेदन देने की बात करते हुए रविवार को बरही डाक बंगला में प्रेस वार्ता किया। जिसमें पत्रकारों के बीच बताया कि डीएसओ अरविंद कुमार के द्वारा जिले के चार पैक्स पिंडारकोण, गरीकला, दरिया एवं चुटियाआरो को 5 करोड़ 73 लाख रुपये अवैध तरीके से भुगतान किया गया है।
विधायक ने बताया कि उपायुक्त के नाम आवेदन सौंपा गया है। आवेदन में बताया गया है कि हजारीबाग जिला में 57 पैक्सों के माध्यम से 2020-21 में धान क्रय करने का आदेश दिया गया है। हजारीबाग जिला में कोडरमा, चतरा के व्यापारी जैसे आनंद कुमार राणा, बजरंगी गुप्ता एवं अन्य व्यापारिक कुछ पैक्सों में धान आपूर्ति अपने-अपने जाली कृषिको के नाम पर करवा कर अवैध तरीके से राशि निकलवाते हैं। जैसे पदमा प्रखंड के पीडाकोंण पैक्स में आनंद कुमार राणा जो कोडरमा जिला के बेहराडीह पैक्स के अध्यक्ष महेश राणा का भाई है। जेएसएफ़सी में कंप्यूटर ऑपरेटर सागर राणा का रिश्तेदार है। गत वर्ष पीडारकोण पैक्स में 15000 क्विंटल धान अपने आदमी जो पीडारकोंण पैक्स के कार्य क्षेत्र से बाहर है उसे पांच से सात लाख तक का भुगतान कराया गया। पुनः इस वर्ष आनंद राणा पीडारकोंण पैक्स के अलावे इचाक प्रखंड के दरिया पैक्स में धान क्रय का कार्य बहुतायत मात्रा में कर रहा है। पिछले 5 जनवरी को समीक्षा बैठक के दौरान पीडारकोण पैक्स में 4 किसान का खरीद सौ-सौ क्विंटल का था। जिसे आपने जांच का आदेश दिया था। वह चारों कृषक आनंद राणा का ही है।
वही केरेडारी प्रखंड में गरीकला पैक्स में बजरंगी गुप्ता जो धान का व्यापारी है तथा डीएसओ हजारीबाग आनंद कुमार का रिश्तेदार है बहुतायत मात्रा में धान का व्यापार कर रहा है। गत वर्ष केरेडारी प्रखंड के कराली पैक्स में जिसका अध्यक्ष मनोज महतो है, जिन्होंने 20000 क्विंटल धान का खरीद जाली कृषिको के नाम पर किया एवं भुगतान खाता बदल बदल कर करवाया। वही पिछले 15 फरवरी को दो करोड़ 73 लाख रुपए जेएसएफसी को प्राप्त हुआ तथा तीन करोड़ के आसपास बोनस राशि था। दोनों मिलाकर 5 करोड़ 73 लाख रुपए को डीएसओ हजारीबाग अरविंद कुमार ने सात लाख रुपये तीन दलालों से लेकर चार पैक्सों में पिछले 16 फरवरी को सरस्वती पूजा के छुट्टी में ही भुगतान कंप्यूटर ऑपरेटर सागर राणा ने डीएसओ के आदेश पर भुगतान किया। वही पिछले 16 फरवरी को ही एचडीएफसी बैंक हजारीबाग को रिपोर्ट भेजा गया। वहीं रातों-रात कृषक के खातों में राशि हस्तांतरित कर दिया गया। पिछले 17 फरवरी को इसकी जानकारी कुछ पैक्सों को हुई, तो पता चला कि जो आवंटन आया था वह समाप्त हो गया। जो गंभीर विषय है। चयनित चार पैक्सों को छोड़कर अभी तक अन्य किसी पैक्स के एक भी कृषक को भुगतान नहीं हुआ है। जबकि डीएसओ ने चार पैक्सों को ही करोड़ों रुपए भुगतान करवा दिया है। राज्य सरकार से प्राप्त 1.82 पैसा जो बोनस के रूप में कृषिको के खाता में धान मूल्य का मिलता उस राशि को भी तीन दलाल द्वारा चार पैसों में बांट दिया गया है। दिखाने के लिए दो अन्य पक्षों को पाँच-पाँच लाख रूपये भुगतान किया गया है।
पत्रकारों के बीच विधायक उमाशंकर ने कहा कि किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार को वे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौके पर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष डॉ निजामुद्दीन अंसारी, तोखन रविदास, महासचिव अब्दुल मन्नान वारसी, उप प्रमुख सिकंदर राणा, कुणाल कतारियार, सुनील साहू, मो रुस्तम, विष्णुधारी महतो, पप्पू असलम, प्रमोद सिंह आदि मौजूद थे।