मवेशियों के चारा का अभाव
नीरज कुमार जैन/ ब्यूरो
लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। फलतः गंगा के साथ लगी पहाड़ी व बरसाती नदियों मे भी उफान है। उफनती नदियों के मद्देनजर स्थानीय लोगो के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ झलकने लगी है। वहीं जिला प्रशासन भी अलर्ट मूड मे है। डीसी डाँ.राम निवास यादव स्वयं ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए मुश्तैद रहने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ की संभावना जैसे बनेगी, वैसे ही लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
राज्य के साथ साथ देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बक्सर से लेकर फरक्का तक गंगा के जलस्तर में प्रतिदिन बढ़ोतरी देखी जा रही है। फलतः झारखंड मे मात्र साहिबगंज जिला मे राजमहल की पहाड़ी तट से गुजरी गंगा नदी का रोद्र रूप से लोग भयभीत होने लगे हैं।
गंगा कटाव पर अंकुश लगाने के लिए प्राक्कलन प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंजूरी मिलने की भी सूचना है। साहिबगंज के शोभापुर से इसकी शुरूआत होगी। केंद्रीय जल आयोग की माने तो साहिबगंज में गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल के समीप है। वार्निंग लेवल 26.25 मीटर है। शनिवार की सुबह छह बजे 26.29 मीटर रिकॉर्ड है वहीं रविवार को खतरे के निशान से सिर्फ 00.93 सेंटीमीटर नीचे है।
वैसे जलस्तर में वृद्धि निरंतर हो रही है। बिहार के बाक्सर, पटना के दीघा घाट, हाथीदह, मुंगेर,भागलपुर, कहलगांव, झारखंड के साहिबगंज व बंगाल के फरक्का तक गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। इसमें कही जलस्तर स्थिर है, तो कभी जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
राहत सामग्री की मांग
स्थानीय कृषकों ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने से फसल डूबने लगी है। और निचले क्षेत्र के घरों में भी पानी प्रवेश को आमदा है। वहीं ऐसी स्थिति में सबसे ज्यादा मवेशियों के लिए चारा की समस्या उत्पन्न होने लगी है। कृषकों ने जिला प्रशासन से राहत सामग्री उपलब्ध कराने की मांग किया है। डीसी ने बाढ़ प्रभावित अंचल के गांवों मे राहत शिविर का स्थिति परिस्थिति के मद्देनजर संचालन की बात कही है। उन्होंने बताया कि गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ को लेकर सभी पदाधिकारी के साथ बैठक की है और एक-एक पदाधिकारी को टास्क भी दिया गया है। बाढ़ की संभावना जैसे बनेगी, वैसे ही लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसको लेकर प्रखंड स्तर पर शिविर बना दिया गया है और राहत सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है।
गंगा का जलस्तर एक नजर में गंगा का जलस्तर खतरे का निशानः 27.25 मीटर, वार्निंग लेवलः 26.25 मीटर, वर्तमान जलस्तरः 26.29 मीटर