उज्ज्वल दुनिया संवाददाता
हजारीबाग। झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख बुधवार को हजारीबाग पहुंचे। किसानों के समर्थन में आगामी 20 फरवरी को जिले में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय ट्रैक्टर रैली को सफल बनाने को लेकर शीर्ष स्तर के नेताओं का दौरा लगातार जारी है। इसी कड़ी में नेताओं का तूफानी दौरा बनहा, पेलावल, कटकमसांडी व इचाक में हुआ।
मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने देश को नई राह दिखाई है। अब तक इस आंदोलन में 200 से अधिक किसानों की शहादत हो चुकी है। केंद्र सरकार के कृषि मंत्री भी मान चुके हैं कि इस कानून में कई त्रुटियां हैं। यहां तक कि मोदी सरकार के मंत्री इस कानून के विरोध में इस्तीफा भी दे चुकीं हैं। बावजूद इसके मोदी सरकार अपने पूंजीपति दोस्तों के इशारे पर अन्नदाता किसान भाइयों के सामने झुकने को तैयार नहीं है। अपना देश कृषि प्रधान देश रहे, इसके लिए आप सभी से अपील है कि 20 फरवरी की किसान ट्रैक्टर रैली को कामयाब बनाएं।
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने अपने संबोधन में कहा कि हम सब आपसभी को आमंत्रण देने के लिए आए हैं। पूरी देश की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। किसानों की जान जा रही है। मोदी सरकार लोकतंत्र की खुबसूरती को समाप्त करने पर तुली है। अंबानी-अडानी को स्थापित करने की कोशिश की जा रही है।
पंचायती राज के अध्यक्ष जय शंकर पाठक ने अपने संबोधन में कहा कि गांधीवादी तरीके से किए जा रहे किसानों के आंदोलन पर जो अत्याचार की जा रही है। उससे देश की जनता में काफी आक्रोश है। कांग्रेस पार्टी हमेशा से अपने किसानों के सम्मान की लड़ाई लड़ती रही है।
सभा को संबोधित करने वालों में डॉ जमाल अहमद, साजिद हुसैन, डॉ आरसी मेहता, सुनील ओझा, शमशेर आलम, उदय कुमार साव, शहजादी खातून, मो कमालुद्दीन, मो अकरम, सलाउद्दीन अंसारी, बाबर अंसारी, जवाहरलाल सिन्हा, विनोद कुमार सिंह, प्रकाश यादव, उमेश साव, मो शिबली आदि ने किया।