बेरमो-दुमका दोनों सीटों से यूपीए को जीत मिलेगी-आलमगीर आलम
उज्ज्वल दुनिया /दुमका। झारखंड प्रदेश प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सह राज्य के वित्तमंत्री खाद्य आपूर्ति डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कांग्रेस-झामुमो गठबंधन ने सत्ता संभाली है, तो पिछली सरकार से खजाना खाली मिला, इसके बाद राज्य सरकार ने अपने संसाधनों के माध्यम विकास के काम शुरू किये, लेकिन अचानक 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीवी पर आये और बिना सोचे-समझे लॉकडाउन की घोषणा कर दी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण लोग पैदल चलकर, साईकिल से , मोटरसाईकिल से या ऑटो से अपने घरों की ओर से लौटने लगे। झारखंड सरकार की ओर से वापस लौटने वाले हर प्रवासी कामगारों को मदद पहुंचायी गयी, झारखंड देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने हवाई जहाज से प्रवासी कामगारों को वापस लाने की दिशा में पहल की, स्पेशल ट्रेन से सबसे पहले झारखंड के प्रवासी कामगारों को वापस लिया गया।
संताल परगना के विभिन्न इलाकों में सामूहिक दुष्कर्म और महिलाओं की हत्या के संबंध में पूछे गये एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि वे यह स्वीकार करते है कि घटनाएं घटी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गयी है, आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, कार्रवाई से पीड़िता के परिजन और अभिभावक भी संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में क्या हुआ, पहले पीड़िता का केस दर्ज किया गया, बाद में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई और फिर पीड़िता का समुचित इलाज नहीं हुआ और मौत हो जाने के बाद परिजनों से बिना पूछे अंत्येष्टि कर दी गयी। उन्होंने कहा कि वे भी पुलिस अधिकारी रहे है, पुलिस के समक्ष दो जिम्मेवारियां रहती है, पहला तो घटनाओं पर अंकुश लगायी जाए और यदि घटनाएं घट जाये, तो त्वरित कार्रवाई हो। इन मामलों में भले ही घटनाओं को होने से रोका नहीं जा सका, लेकिन कार्रवाई हुई है।
वित्तमंत्री ने बताया कि कोरोना संक्रमणकाल में झारखंड का राजस्व लगभग शून्य हो गया था, लेकिन अब स्थिति में सुधार हुआ है, राजस्व संग्रहण के काम में तेजी आयी है, अब विकास के कार्यां में भी तेजी आएगी। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में डॉ. उरांव ने कहा कि पार्टी के घोषणा पत्र में बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया था, इस बीच वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण राजस्व संग्रहण में आयी कमी के कारण थोड़ी कठिनाई हुई है, इस वायदे पर किन्तु-परंतु लग गया है, खजाना की स्थिति में सुधार होने पर इस वायदे को भी पूरा किया जाएगा।
इस मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। उन्होंने दावा किया कि दोनों ही सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत होगी। आलमगीर आलम ने कहा कि भाजपा की हमेशा यह कोशिश रहती है कि सरकार को अस्थिर कर लोकतंत्र का अपमान किया जा सके, लेकिन झारखंड में गठबंधन पूरी तरह से मजबूत है और आने वाले समय में भी भाजपा का मंसूबा सफल नहीं होगा।
कृषि मंत्री बादल ने कांग्रेस पार्टी ने किसानों की कर्जमाफी का वादा किया था, इसके लिए बजट में 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, सैद्धांतिक मंजूरी भी राज्य सरकार द्वारा प्रदान कर दी गयी है। अधिक से अधिक किसानों को इसका फायदा मिल सके, इस दिशा में कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमणकाल में केंद्र सरकार की ओर से झारखंड जैसे आदिवासी बहुल राज्य को कोई खास सहायता नहीं मिली, इसके बावजूद राज्य सरकार अपने संसाधनों से कर्जमाफी के वादा को पूरा करेगी।