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मैट्रिक व इंटर के सिलेबस में 40 फीसदी तक कटौती, लिहाजा बदले

जैक के तत्वाधान में एकदिवसीय कार्यशाला संपन्न

प्रश्न पत्रों के बदलते पैटर्न पर दी गई अहम जानकारियां

उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ संदीप सिन्हा

हजारीबाग। झारखंड अधिविध परिषद(जैक) के तत्वाधान में राजकीय प्लस टू जिला स्कूल के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मैट्रिक व इंटर की होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों में जो बदलाव किए गए हैं। उनकी जानकारी शिक्षकों को देने के लिए की गई थी। इस अवसर पर जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष डॉ शंकर लाल, प्रमंडल के आरडीडीई मिथिलेश कुमार सिन्हा, प्रखंडों के बीईईओ सहित जिले के तमाम माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व उनके प्रतिनिधि मौजूद थे। साथ ही जैक के तकनीकी सेल से कुणाल सिंह ने कई तकनीकी जानकारियां साझा की।

बतातें चलें कि इस बार कोरोना महामारी के कारण राज्य के तमाम विद्यालय लगभग 9-10 माह तक बंद रहें हैं। इसी के मद्देनजर वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्रों में भी कई बदलाव किए गए हैं। विदित है कि इस बार मैट्रिक व इंटर की परीक्षाएं आगामी 4 मई से प्रारंभ होकर 21 मई तक चलेंगी।

सभी के लिए परीक्षा की घड़ी: जैक अध्यक्ष

जैक के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने कार्यशाला के दौरान कहा कि चूंकि इस बार आयोजित होने वाली मैट्रिक व इंटर की परीक्षाएं चुनौतियों से भरा है। ऐसे में इस बार की वार्षिक परीक्षा सही अर्थों में सभी की परीक्षा है। क्योंकि प्रश्न पत्रों में भी कई बदलाव किए गए हैं। साथ ही इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या भी अधिक होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक कार्यपालिका, विधायिका व न्यायपालिका तीनों भूमिकाओं का निर्वहन करतें हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि प्रश्न पत्रों में बदलाव की जानकारी बच्चों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी शिक्षकों की है। कहा कि जैक ने मैट्रिक व इंटर के एक-एक मॉडल प्रश्न पत्र जारी कर दिया है। जल्द ही 5 मॉडल प्रश्न पत्र अपलोड कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैट्रिक का इंटरनल असेसमेंट इस बार 10 अंकों का होगा। पहले यह 20 अंकों का होता था। साथ ही इस बार की परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या में बढ़ोत्तरी की गई है।

क्या-क्या किए गए हैं बदलाव?

मैट्रिक की उन विषयों के प्रश्न पत्र जिनमें प्रायोगिक परीक्षा नहीं ली जाती है। उन विषयों के प्रश्न पत्रों में 20 प्रश्न ऑब्जेक्टिव, 10 प्रश्न खाली स्थानों को भरने, 10 अति लघुउत्तरीय प्रश्न, 5 प्रश्न लघुउत्तरीय तथा 4 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगे। वहीं जिन विषयों की प्रायोगिक परीक्षा होतीं हैं उनमें 15 प्रश्न ऑब्जेक्टिव, 5 प्रश्न खाली स्थानों को भरने, 10 प्रश्न अति लघु उत्तरीय, 5 प्रश्न लघु उत्तरीय तथा 4 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगें।
वहीं इंटर की वार्षिक परीक्षा में वैसे विषय जिनमें प्रायोगिक परीक्षा नहीं ली जातीं हैं। उनमें 30 प्रश्न ऑब्जेक्टिव, 10 प्रश्न रिक्त स्थानों को भरने, 10 प्रश्न अति लघु उत्तरीय, 5 प्रश्न लघु उत्तरीय तथा 4 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगें। साथ ही वैसे विषय जिनमें प्रायोगिक परीक्षा होतीं हैं। उन विषयों के प्रश्न पत्रों में 20 प्रश्न ऑब्जेक्टिव, 7 प्रश्न रिक्त स्थानों को भरने, 7 प्रश्न अति लघु उत्तरीय प्रश्न, 5 प्रश्न लघु उत्तरीय तथा 2 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगें।
वहीं वाणिज्य विषय के अंतर्गत 20 अंक प्रायोगिक परीक्षा के लिए निर्धारित हैं। इनमें 20 प्रश्न ऑब्जेक्टिव, 12 प्रश्न रिक्त स्थानों को भरने, 8 प्रश्न अति लघु उत्तरीय प्रश्न, 4 प्रश्न लघु उत्तरीय तथा 2 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगे।

तकनीकी सत्र में दी गई जानकारियां:

जैक के तकनीकी सेल के विशेषज्ञ कुणाल सिंह ने शिक्षकों को कई जानकारियां दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि तकनीकी गलतियों के कारण कई विद्यार्थियों के भविष्य अंधकारमय हो जातें हैं। ऐसे में उन्होंने कहा कि विद्यालयों के नामांकन पंजी में विद्यार्थियों के संदर्भ में सभी प्रविष्टियों को अंग्रेजी में लिखे जाने से उनके नामों के स्पेलिंग में गलतियों की संभावना कम हो जाती है। वहीं ऑनलाइन परीक्षा प्रपत्र भरने में भी सावधानियां बरते जाने पर जोर दिया।

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