
औरंगजेब ने मुसलमानों के बीच अलगाव का बीज बोया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भारत भूमि में रहने वाला हर नागरिक हमारे अपने हैं । यहां कोई विदेशी नहीं है, सब के सब हिंदू पूर्वजों की ही संतान हैं । हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई हजारों सालों से एक साथ आपसी सौहार्द के साथ रहते आए हैं ।
देश की सबसे बड़ी समस्या है ‘मानसिक गुलामी’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सत्य और ज्ञान आधारित विश्व बनाने के भारत के प्रयासों में बौद्धिक गुलामी को मुख्य अवरोध बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में दुनिया में अपना पक्ष प्रभावशाली ढंग से रखने के लिए देश को ‘बौद्धिक क्षत्रिय’ की जरूरत है। वे आर एस एस के पूर्व प्रचारक रवि शंकर के पुस्तक के विमोचन पर बोल रहे थे ।
हिंदू सोया है, जिस दिन जाग गया, पूरी धरती को प्रकाशित कर देगा
सरसंघचालक ने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा, हिन्दुत्व सत्य के सतत अनुसंधान का नाम है, ये काम करते-करते आज हिन्दू समाज थक गया है, सो गया है, परन्तु जब जागेगा, तब पहले से अधिक ऊर्जा लेकर जागेगा और सारी दुनिया को प्रकाशित कर देगा।
खेती-किसानी के नये तरीके अपनाते वक्त प्राचीन परंपराओं को न भूलें
मोहन भागवत ने भारत में खेती-किसानी की प्राचीन समृद्ध परंपरा की चर्चा करते हुए बिहार के एक प्रगतिशील किसान परिवार का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षित परिवार उन्नतशील खेती करने में जुटा है। मोहन भागवत ने देश में जैविक खेती की भी चर्चा की।