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दारु प्रखंड के ग्राम चिरुवा में 70 वर्षीय महावीर साव की मौत
टाटीझरिया प्रखंड के केसुरा निवासी सरस्वती देवी को कुचल कर मार डाला
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उज्जवल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। जिले के बड़कागांव, चरही, चुरचू के बाद अब दारु-टाटीझरिया प्रखंड में हाथियों के एक झुंड ने दस्तक दे दिया और खूब तांडव मचाया रखा है। इस क्रम में दारू प्रखंड के ग्राम चिरवा में एक 70 वर्षीय व्यक्ति महावीर साव को बुधवार की रात कुचलकर मार डाला और कई खेतों में लगे फसलों को भी नष्ट किया। इसके बाद गुरुवार को टाटीझरिया प्रखंड के केसुरा गांव निवासी सरस्वती देवी को पटक-पटककर जान मार दिया।
वन विभाग ने दोनों को दिया 50-20 हजार का मुआवजा
पश्चिमी वन प्रमंडल पदाधिकारी रविन्द्र नाथ मिश्रा ने तत्काल मृतिका के परिजनों को बीस हजार रुपए सदर रेंजर सत्येंद्र चौधरी के हाथों भुगतान किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की देर रात को अपने चने की खेत का निरीक्षण करने के दौरान एक हाथी ने चिरुवा ग्राम निवासी कृषक महावीर साव उर्फ़ नुतर साव (उम्र करीब 70 वर्ष), पिता – स्व.खुशर महतो पर अचानक हमला कर दिया और फ़िर इन्हें कुचलकर मार डाला। जिससे घटना स्थल पर ही इनकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी गांव में आग की तरह फैली और ग्रामीण दहशत में हैं। हाथी के हमले से काल के गाल में समाए महावीर साव के तीन पुत्र और एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार है। उनके तीनों पुत्र बाहर काम करते हैं। इसमें से दो पुत्र मुंबई में और एक दुबई में कार्यरत है। घटना की जानकारी पाकर मुंबई में कार्यरत इन के दोनों पुत्र मृतक पिता की अंतिम दर्शन को निकल चुके हैं।
सदर विधायक के तत्परता से तत्काल हुआ पोस्टमार्टम
इधर ग्रामीण सह दारू प्रखंड के पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने इसकी सूचना सदर विधायक मनीष जायसवाल और हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के डीएफओ स्मीता पंकज और दारु वन प्रक्षेत्र के रेंजर विजय कुमार को दी और शव को स्थानीय पुलिस के मदद से पोस्टमार्टम के लिए एचएमसीएच पहुंचाया। घटना की जानकारी पाकर सदर विधायक मनीष जायसवाल ने तत्काल अपने मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी को एचएमसीएच भेजा जहां उनकी तत्परता से तत्काल शव का पोस्टमार्टम ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. दीपक कुमार द्वारा किया गया।
पूर्वी वन प्रमंडल द्वारा तत्काल अंत्येष्टि हेतु मृतक के परिजनों को मुआवजे की राशि के रूप में ₹50 हज़ार रुपए दिया गया। बाकी की राशि ₹3.5 लाख प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात देने का आश्वासन प्राप्त हुआ।
इस संबंध में पश्चिमी वन प्रमंडल हजारीबाग के डीएफओ रविन्द्र नाथ मिश्रा ने कहा कि उतराधिकार प्रमाण पत्र मिलने के बाद शेष राशि 3 तीन लाख 80 हजार रूपए का भुगतान कर दिया जाएगा।