हजारीबाग। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज की छात्रा पूजा भारती की मौत से जुड़े मामले पर शनिवार को प्रमंडल के डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने प्रेस वार्त्ता कर जानकारी दी कि अभी तक एसआईटी जांच व उससे जुड़े साक्ष्यों के आधार पर यह आत्महत्या प्रतीत हो रहा है।
प्रेस वार्त्ता में डीआईजी के साथ हजारीबाग एसपी कार्तिक एस. रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार, डीएसपी कमल किशोर समेत कई पदाधिकारी शामिल थे। उन्होंने विस्तार से इस मामले के प्रत्येक पहलुओं को रखते हुए कई जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि छात्रा के अंत्यपरीक्षण प्रतिवेदन में डूबकर दम घुटने से मृत्यु कारण प्रकाश में आया है। वहीं इस प्रतिवेदन में सेक्सुअल असाल्ट होने की पुष्टि नहीं हुई है।
छात्रा की मौत से पूर्व गतिविधियों के बारे में बताया कि उसने पतरातू डैम सहित कई जलाशयों की जानकारी प्राप्त की थी। इस बात की भी पुष्टि हुई है कि वह 11 जनवरी की सुबह ई-रिक्शा के जरिए पुराने बस स्टैंड से रांची जाने वाली बस पर सवार हुई। साथ ही रांची जाने से पूर्व उसने अपना गूगल एकाउंट स्थायी रूप से डिलीट भी कर दिया। इसी क्रम में छात्रा ने अपने मोबाईल फोन को भी स्विच ऑफ कर दिया। बीते 19 जनवरी को पतरातू डैम स्थित घटनास्थल से लगभग 50 मीटर की दूरी पर झाड़ियों से मोबाइल फोन बरामद किया गया।
नायलॉन की रस्सी से पुष्टि:
डीआईजी ने बताया कि छात्रा के हांथ-पैर में बंधे नायलॉन की जो रस्सी मिली है। उसके छात्रावास के कमरे से बरामद नायलॉन की रस्सी से मेल खाती है। घटनास्थल से जांच के क्रम में कई प्रकार की कैंची, सेलो टेप सर्जिकल चाकू व दवाइयां बरामद की गई है।
एप्रन से पुष्टि
डीआईजी ने प्रेस वार्त्ता के दौरान बताया कि मेडिकल कॉलेज से निकलने के बाद छात्रा ने बगक के झाड़ियों में अपने एप्रन को स्वयं फेंक दिया था। सीसीटीवी की फुटेज में इस बात की पुष्टि हुई है कि जब छात्रा रांची जानेवाली बस पर सवार हुई तो उस समय उसने एप्रन नहीं पहना था।
रांची से पतरातू कैसे पहुंची
पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस गुत्थी को सुलझाना है कि छात्रा रांची से पतरातू कैसे पहुंची। इस संबंध में डीआईजी ने बताया कि इसकी गहराई से अनुसंधान जारी है।