नई दिल्ली. टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला मेडल दिलाने वाली मीराबाई चानू ने अपनी जीत की सबसे बड़ी वजह रियो ओलंपिक की नाकामी को बताया.
रियो ओलंपिक की नाकामी के बाद बदली ट्रेनिंग
मीराबाई चानू ने बताया कि उन्होंने रियो ओलंपिक की नाकामी के बाद अपनी ट्रेनिंग में बदलाव किया. उन्होंने कहा, ‘ ओलंपिक में मेडल जीतने का मेरा सपना पूरा हो गया है. मैंने रियो ओलंपिक की बहुत तैयारी की थी लेकिन वहां सपना टूट गया. उस नाकामी से काफी कुछ सीखा. मैंने अपनी ट्रेनिंग में बदलाव किया और उस हार से सबक लिया. जो रियो में नहीं हुआ वो टोक्यो में हो गया. मुझे मेहनत का फल मिला है.
मेरी जीत से बहुत लड़कियां वेटलिफ्टिंग खेल में आएंगी–चानू
मीराबाई चानू ने भरोसा जताया कि टोक्यो में उनके मेडल जीतने से और लड़कियों का वेटलिफ्टिंग के प्रति रुझान बढ़ेगा. उन्होंने कहा, ‘मेरे इस मेडल से लड़कियां इस खेल की ओर आकर्षित होंगी. मैं चाहती हूं कि लड़कियां खेल में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लें. लड़कियां सिर्फ पढ़ाई ही नहीं खेल में भी नाम कमा सकती हैं. लड़कियों में बहुत ताकत होती है और वो मेडल जीतकर देश का नाम रोशन कर सकती है.