जिले में हुए केरोसिन से ब्लॉस्ट मामले पर उपायुक्त ने मीडिया को दी प्रथम जांच रिपोर्ट की जानकारी
सभी पहलुओं पर कराई जा रही है जांच
उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। बीते दिनों जिले के अमनारी एवं सरौनी ग्राम में पीडीएस दुकानों में आईओसीएल कंपनी के केरोसिन तेल से हुए ब्लास्ट मामले पर उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर अब तक की जांच रिपोर्ट पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि घटित घटना दुर्भाग्यपूर्ण है । साथ ही वितरित केरोसिन तेल के छह अलग-अलग जगहों से सैंपल एकत्रित कर उसकी जांच पड़ताल की जा रही है।
केरोसिन में मिलावट की संभावना
एक सैंपल की प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसमें उच्च ज्वलनशील तरल की संभावना जताई जा रही है। जिसका फ्लैशपॉइंट 13.5 डिग्री सेल्सियस है जो उच्च ज्वलन सीमा का परिचायक है। साधारणतः 35℃ केरोसीन के लिए आदर्श फ्लैश पॉइंट है। उन्होंने बताया कि केरोसिन के मामले में ट्रांसपोर्टिंग की प्रक्रिया अलग होती है। साथ ही ट्रेडिंग कंपनी की जिम्मेदारी होती है कि इसका सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करें। इस मामले पर डीसी ने आर्मी ट्रेडिंग कंपनी के टैंकर से परिवहन मामले पर लापरवाही या मिलावट की वजह को जांच का विषय बताया। जिसकी पड़ताल शुरू किए जाने की बात उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया में यह अनियमितता का मामला नजर आता है। जिसकी जांच की जा रही है।
सभी पीडीएस दुकानदारों और टैंकर में पड़े केरोसिन सील
तत्काल सभी जनवितरण प्रणाली दुकानदारों से केरोसिन तेल के वितरण वापस लेने तथा इसे प्रयोग में नहीं लाने की कार्रवाई की जा रही है। प्रयोग में लाए गए टैंकर को सील कर जमा कर लिया गया है। प्रभावितों के मुआवजा को लेकर आईओसीएल से चर्चा के पश्चात मुआवजा का प्रावधान नहीं बताया गया है इस पर सरकारी प्रावधानों के आधार पर मुआवजा को लेकर निर्णय लिया जाना शामिल है।