उज्ज्वल दुनिया/रांची। संसदीय परंपराओं और नियमों की अनदेखी कर संसद में पारित तीन कृषि बिल के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार आगामी 10 अक्टूबर को देश भर में किसान सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में 10 अक्टूबर को झारखंड की राजधानी रांची में मोराबादी स्थित संगम गार्डन में राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित की गई है।
सम्मेलन की सफलता के लिए रणनीति तय करने को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन में बैठक हुई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 10 अक्टूबर को राज्य के सभी जिलों से किसानों के प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे और अपने विचार रखेंगे।डा उराँव ने कहा पार्टी की ओर से 2 अक्टूबर को सत्याग्रह का कार्यक्रम किया गया और 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से किसानों की भावनाओं से राष्ट्रपति को एआईसीसी के माध्यम से हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा जाएगा।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है, कांग्रेस का जन्म ही किसानों के लिए हुआ है,कई किसान आंदोलन हुए ,गांधी जी के नेतृत्व में चंपारण तो सरदार पटेल के नेतृत्व मेंखेड़ा, वर्दोली का किसान आन्दोलन। आजाद हिंदुस्तान में पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से किसानों को और कृषि को महत्व दिया गया जबकि केन्द्र सरकार इस पूरी व्यवस्था को खत्म करना चाहती है,किसान जो हरियाली का फसल काट रही है उसको तबाह करने पर केंद्र की सरकार पड़ी हुई है इसे लेकर हमारा संघर्ष और आंदोलन जारी रहेगा ।
आज की बैठक में विधायक अम्बा प्रसाद,कार्यकारी अध्यक्ष संजय लाल पासवान, केशव महतो कमलेश, मोहन शर्मा,अमूल्य नीरज खलखो,राकेश किरण महतो,केदार पासवान,सन्नी टोप्पो,बेलस तिर्की,सतीश पाल मुंजीनि,गोपाल पाण्डेय,उज्वल प्रकाश तिवारी,शशांक तिर्की को सम्मेलन की तैयारी हेतू अलग अलग जिम्मेदारी दी गई।