हेलो सलाम वालैकुम, मेरा नाम आयशा है…आयशा आरिफ खान
मैं जो कुछ भी करने जा रही हूं उसके ऊपर किसी का जोर या दबाव नहीं है। मैं अपनी मर्जी से करना चाहती हूं। कह लीजिए खुदा की दी हुई जिंदगी इतनी ही होगी।
… और डियर डैड, कब तक लडेंगे अपनों से, केस खत्म कर दो, आशया लडाई के लिए नहीं बनी, आरिफ को आजादी चाहिए, ठीक है वो आजाद रहे। अपनी जिंदगी इतनी ही थी। मुझे सुकुन वाली जिंदगी मिली, हम प्यार करते हैं आरिफ से। मैं खुश हूं कि अल्लाह से मिलूंगी। लेकिन दुआ करती हूं कि दोबारा इंसानों की शक्ल न दिखाए।
ओ प्यारी सी नदी, प्रार्थना करती हूं कि ये मुझे अपने आप में समा लें,
इसी के साथ चेहरे पर मुस्कान और दिल में दर्द लिए हमारी दुनिया छोड़कर चली गई आयशा….
कोई प्यार करे, मगर एकतरफा प्यार ना करे…
आयशा की शादी आरिफ नाम के युवक से हुई थी, लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही वो आयशा के परिवार वालों से दहेज की मांग करने लगा। आयशा के पिता ने जैसे-तैसे करीब डेढ लाख रुपए का बंदोबस्त कर उसे पैसे दिए भी, लेकिन कुछ वक्त के बाद वो फिर से मांग करने लगा। आयशा के परिवार वालों ने दहेज का केस भी लगा रखा था….इन बातों से परेशान होकर आयशा ने मौत को गले लगा लिया….
आरिफ को राजस्थान के पाली से गिरफ्तार किया गया

सोमवार रात को गुजरात पुलिस ने आयशा के शौहर आरिफ को राजस्थान के पाली से गिरफ्तार कर लिया । उसे मंगलवार को Transit remand पर अहमदाबाद लाया जाएगा । वो आयशा की आत्महत्या की खबर सुन फरार था।