उज्ज्वल दुनिया/रांची: झारखंड में बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है. पिछले कुछ दिनों से बिजली बिल बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं, पर झारखंड विद्युत नियामक आयोग ने कोरोना काल मे बिजली उपभोक्ताओं पर किसी तरह के बिजली बिल में बढ़ोतरी नहीं किया है.
झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने उपभोक्ताओं को मिलने वाली बिजली की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं किया है. यानी 2020-21 के टैरिफ में किसी तरह की बढ़ोतरी उपभोक्ताओं के लिए नहीं किया गया है. ये नया टैरिफ झारखंड में एक अक्टूबर से मान्य होगा.
इसके अलावे नियामक आयोग ने उपभोक्ताओं से मीटर रेंट की वसूली को बंद करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही अब हर घर में मीटर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. जो आगामी एक जनवरी से लागू होगा, बिना मीटर के बिजली बिल की वसूली नहीं होगी. जो उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान डिजिटल करेंगे उनको 1 फीसदी की छूट मिलेगी, लेकिन भुगतान, देय तिथि तक करने पर लाभ मिलेगा.
नियामक आयोग के सदस्य ने नया टैरिफ लागू करते हुए बताया नियामक आयोग की ये कोशिश है बिजली की खपत में जो कमी आई है उसको बढ़ा कर प्रॉफिट को बढ़ाया जाए.
वही, मेम्बर पीके सिंह ने बताया कि बिजली की गुणवत्ता पर केंद्र सरकार का जोर है. कंपनी को भी परफॉर्मेंस सुधाने पर जोर दिया गया है. सरकार आम उपभोक्ता को सस्ती बिजली देने के लिए लगातर प्रयासरत है. अगले कुछ सालों में बिजली बिल घटने की खबर आएगी, आने वाले समय मे लोगो को सस्ती बिजली मिलेगी. अगले कुछ वर्षों में बिजली मिलना भी मौलिक अधिकार में शमिल होगा.