पूर्व भारतीय ऑलराउंडर Yuvraj Singh पर दलितों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. युवराज ने पिछले साल भारतीय स्पिन गेंदबाज Yuzvendra Chahal के लिए जातिसूचक शब्द का प्रयोग किया था. दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने पहले इसके खिलाफ शिकायत की थी जिसपर इस साल आठ फरवरी को मुकदमा दर्ज किया गया है. युवराज सिंह ने अब गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है.
25 फरवरी को हाई कोर्ट के न्यायाधीश अनमोल रतन सिंह की अदालत में सुनवाई होनी है. शिकायत दर्ज करने वाले रजत ने कहा कि वह इस मामले में अपना पक्ष रखेंगे साथ ही पूरी कोशिश करेंगे कि युवराज सिंह की याचिका खारिज हो. साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए पुरजोर मांग करेंगे.
Yuvraj Singh ने दायर की याचिका
रजत कलसन की लंबे समय तक यह शिकायत लंबित रही और लगभग आठ माह बाद 14 फरवरी को हरियाणा पुलिस ने युवराद सिंह के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज कर ली. इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए अब युवराज सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. अपनी इस याचिका में युवराज ने इस केस को खारिज करने के साथ-साथ हांसी पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाने की भी मांग की है.
पिछले साल Yuvraj Singh, रोहित शर्मा के साथ लाइव चैट कर रहे थे. उस दौरान उन्होंने युजवेंद्र चहल के ऊपर एक अपमानजनक टिप्पणी कर दी. जिसके बाद वो वीडियो वायरल हो गया और उस विवाद के चलते युवराज को माफी भी मांगनी पड़ी थी.
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर अपनी बात रखी और कहा ,’मैंने अनजाने में लोगों की भावनाओं को आहत किया. मुझे इसका दुख है. ‘मैं साफ करना चाहता हूं कि मैं रंग, जाति, पंथ के आधार पर किसी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं करता। मैंने लोगों की भलाई के लिए जिंदगी जी है और आगे भी ऐसे ही जीना चाहता हूं. मैं जीवन की गरिमा में विश्वास करता हूं और बिना किसी अपवाद के प्रत्येक व्यक्ति का सम्मान करता हूं. ‘मैं अपने दोस्तों से बात कर रहा था और उस समय मेरी बात को गलत तरीके से लिया गया, जो अनुचित था. हालांकि एक जिम्मेदार भारतीय होने के नाते मैं कहना चाहता हूं कि अनजाने में अगर मेरी बातों से किसी को दुख पहुंचा है तो मुझे इसका खेद है.’