कर्नाचक की राजनीति में मजेदार खेला हो रहा है । बीजेपी हाइकमान येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री के पद से हटाकर केन्द्रीय खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी को सीएम बनाना चाहता है । लेकिन येदियुरप्पा ने इसके खिलाफ राज्य की सबसे बड़ी आबादी वाले लिंगायत समुदाय को अपनी ओर गोलबंद करना शुरु कर दिया है । बुधवार को राज्य भर के लिंगायत धर्मगुरु येदियुरप्पा के आवास पर जुटे। इतना ही नहीं कांग्रेस और कुमारस्वामी के जनता दल (सेक्यूलर) के लिंगायत विधायकों ने भी येदियुरप्पा के समर्थन का एलान कर दिया है। अब यह मुद्दा कर्नाटक की लिंगायत समुदाय के स्वाभिमान का मुद्दा बन चुका है । आपको बता दें कि कर्नाटक की कुल आबादी में लिगायत 65 फीसदी के करीब हैं ।
येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाना आरएसएस की पुरानी इच्छा
कर्नाटक में लिंगायतों के सबसे बड़े सिद्धगंगा मठ के प्रमुख श्री सिद्धगंगा स्वामीजी ने कहा कि कर्नाटक में जब पहली बार भाजपा की सरकार बनी, तभी से आरएसएस येदियुरप्पा को हटाकर किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। उन्होने आरोप लगाया कि आरएसएस एक ब्राह्मणवादी सोंच और बंद दिमाग वाला संगठन है, जो हर हाल में ब्राह्मणों को ही शीर्ष पदों पर देखना चाहता है। श्री सिद्धगंगा स्वामीजी ने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे अधिक आबादी वाले मराठा युवाओं ने भाजपा को पूर्ण बहुमत दिलाई। लेकिन जब मुख्यमंत्री बनाने की बात आई तो आरएसएस ने एक ब्राह्मण देवेन्द्र फडनवीस को ही मुख्यमंत्री बनाया । अब कर्नाटक में भी येदियुरप्पा को हटाकर एक ब्राह्मण प्रह्लाद जोशी को मुक्यमंत्री पद पर बैठाने की साजिश आरएसएस के लोग कर रहे हैं ।
येदियुरप्पा के बिना भाजपा कर्नाटक में बुरी तरह हारेगी- एमबी पाटिल
कर्नाटक के पूर्व सिंचाई मंत्री और कांग्रेसी विधायक एम. बी. पाटिल ने कहा है कि इसे मेरी पार्टी से नहीं जोड़कर मेरी पहचान से जोड़कर देखा जाय । जो नेता अपनी सीट तक नहीं जीत सकता वो बीएस येदियुरप्पा जैसे नेता को हटाकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने की साजिश रच रहा है। उन्होने सवाल पूछा कि येदियुरप्पा के बिना भाजपा कर्नाटक में कितनी सीटें जीत सकती है ? ज्यादा से ज्यादा 25 या 30 . लिंगायत समुदाय के बिना तो शायद इससे भी कम ।
येदियुरप्पा को हटाया तो कर्नाटक में बीजेपी साफ- कांग्रेस विधायक
एम. बी. पाटिल के बाद कांग्रेस विधायक और लिंगायत समुदाय के बड़े नेता शमानुर शिवशंकरप्पा ने कहा कि पूरे कर्नाटक का लिंगायत समुदाय येदियुरप्पा के साथ खड़ा है। अगर भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने येदियुरप्पा या लिंगायतों का अपमान किया तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। कर्नाटक से भाजपा का पूरी तरह सफाया हो जाएगा ।
बीजेपी आलाकमान पेशोपेश में
पिछले हफ्ते भाजपा आलाकमान ने येदियुरप्पा को दिल्ली तलब किया था। अपने उस दौरे में येदियुरप्पा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। हालांकि येदियुरप्पा ने एक बार फिर कहा कि वे भाजपा के पुराने और वफादार सिपाही हैं। उन्होने अपने समर्थकों से किसी तरह की अनुशासनहीनता से बचने की अपील की। लेकिन जिस तरह येदियुरप्पा अपने पक्ष में भावनात्मक ज्वार खड़ा कर रहे हैं, उससे बाजपा आलाकमान भी पेशोपेश में है।