मेंटली टॉर्चर के खिलाफ एप्प्टा का संघर्ष, गिरिडीह उपायुक्त से की लिखित शिकायत
प्राइवेट स्कूलों में टीचरों के खिलाफ मानसिक उत्पीड़न और मनमानीDismissal के मामलों को लेकर एप्पटा (ऑल प्राइवेट कोचिंग संस्थान) ने मंगलवार को गिरिडीह उपायुक्त को एक लिखित शिकायत सौंपा। इस शिकायत में कराटे टीचर दीपक श्रीवास्तव और पूर्व शिक्षिका स्वाती सिन्हा ने अपनी-अपनी परेशानियों का जिक्र किया और संबंधित स्कूलों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है।
दीपक श्रीवास्तव ने अपनी शिकायत में बताया कि ओपन माइंड वर्ल्ड स्कूल ने बिना किसी पूर्व सूचना के लगातार दो महीनों में आठ शिक्षकों को निकाल दिया। श्रीवास्तव का कहना है कि उनके साथ उनकी बेटी भी पढ़ती है और उसके भविष्य को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है। इस स्कूल के निदेशक और प्रिंसिपल द्वारा इस तरह की अचानक की गई छंटनी से शिक्षकों के सामने भारी मुश्किलें उत्पन्न हो गई हैं।
स्वाती सिन्हा, जो कि स्कूल की एक पुरानी शिक्षिका हैं, ने भी इसी तरह की समस्याओं का सामना किया। उनका कहना है कि कई महिला शिक्षिकाओं को एक साथ निकालना मानसिक उत्पीड़न की पराकाष्ठा है। उनका कहना है कि इस प्रकार के व्यवहार से शिक्षक वर्ग के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है।
एप्पटा के मुख्य संरक्षक राजेश सिन्हा ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कई प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक बार-बार ऐसी शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन बहुत से शिक्षक खुलकर सामने नहीं आ पाते। उन्होंने दीपक श्रीवास्तव और स्वाती सिन्हा को उनके साहसिक कदम के लिए धन्यवाद दिया और आश्वस्त किया कि एप्पटा उनके साथ इस लड़ाई में खड़ा रहेगा।
राजेश सिन्हा ने आगे बताया कि एप्पटा इस मुद्दे को लेकर उपायुक्त से कई बिंदुओं पर जांच की मांग करेगा और जल्द ही सभी प्राइवेट स्कूलों को एक लेटर भेजा जाएगा। इसके बाद यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो संगठन सड़क पर उतरकर प्राइवेट शिक्षकों और कर्मियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करेगा।
एप्पटा के कई अधिकारी और सदस्य इस विषय पर एक आपात बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं ताकि इस गंभीर मुद्दे का समाधान किया जा सके।