उज्ज्वल दुनिया, हजारीबाग(अजय निराला)। हजारीबाग के बड़कागांव स्थित एनटीपीसी पंकरी- बरवाडीह के अधीनस्थ त्रिवेणी सैनिक प्राइवेट लिमिटेड के मजदूरों ने शनिवार को कंपनी के खिलाफ आवाज बुलंद की, तो उन्हें पुलिस की लाठियां खानी पड़ीं।
कोविड-19 नियमों के तहत सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मजदूर बोनस, सालाना बढ़ोतरी और कंपनी से हटाए गए मजदूरों को काम पर पुन: रखने की मांग के लिए वूम बेरियर उरूब के पास धरने पर बैठ गए।
धरने से पहले कंपनी के उच्चाधिकारियों और मजदूरों के बीच दो बार बैठक कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया था।
लेकिन कंपनी की ओर से बोनस नहीं दिए जाने की बात सुनकर मजदूर सहमत नहीं हुए और पूर्व निर्धारित तिथि के अनुसार 26 जून की सुबह सात बजे से ही धरने पर बैठ गए।
धरना स्थल पर एसडीपीओ मो नेहालद्दीन, बीडीओ प्रवेश कुमार साव, सीओ वैभव कुमार सिंह और डाड़ीकला थाना प्रभारी मणिलाल सिंह ने मजदूरों को धरने से उठाने का प्रयास किया।
प्रशासन की ओर से महामारी खत्म होने के बाद वार्ता कराने की बात कही गई, लेकिन मजदूर अपनी मांगों पर डटे रहे।
मजदूरों ने बताया कि पुलिस उन्हें कोविड-19 का उल्लंघन करने का कारण बताकर गिरफ्तारी की बात कहते हुए उन पर लाठियां चटकाईं।
इधर एक मजदूर पर पथराव करने का आरोप लगाते हुए पुलिस ने उसकी जमकर पिटाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया।
फिर दर्जनों मजदूरों को पुलिस वाहन में जबरन बैठा लिया गया।
इस संबंध में सदर एसडीओ विद्या भूषण कुमार ने बताया कि मजदूरों के साथ किसी प्रकार का बल प्रयोग नहीं किया गया है।
महामारी को देखते हुए मजदूरों को वहां से हटा दिया गया है।
इस मामले पर त्रिवेणी सैनिक कंपनी के जीएम ने बताया कि मजदूरों से वार्ता करने के लिए कंपनी तैयार है।
विधि सम्मत जो भी जायज मांगें होंगी, उसे पूर्ण किया जाएगा।