देवघर एम्स के ओपीडी का उद्घाटन झामुमो और गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे के बीच विवादों के बीच टल गया…लेकिन अब गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने एलान किया है कि 17 सितंबर को देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन होगा। उन्होने यह भी कहा कि केन्द्रीय नागरिक उड्डययन मंत्री हरदीप पूरी और वे दोनों उद्घाटन समारोह में मौजूद रहेंगे….अंतिम लाइन में उन्होने कहा कि “सुप्रीयो जी के लिए…”
देवघर एयरपोर्ट जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री @narendramodi जी के जन्मदिन 17 सितंबर को नागरिक उड्डयन मंत्री @HardeepSPuri जी के साथ मिलकर तय किया है का निरीक्षण @AAI_Official के अधिकारीयों के साथ किया @HemantSorenJMM जी आपके कारण यह अधूरा है @JmmJharkhand सुप्रीयो जी के लिए pic.twitter.com/VPleH2MPk9
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) June 27, 2021
केन्द्र सरकार के सहयोग से देवघर में अन्तराज्यीय बस टर्मिनल और जलसार पार्क का निरीक्षण
इतना ही नहीं, निशिकांत दूबे ने केन्द्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय द्वारा अमृत योजना से 50 करोड़ की लागत से बन रहे देवघर के अन्तराज्यीय बस टर्मिनल का भी निरीक्षण किया । इसके साथ ही भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के प्रसाद योजना से 40 करोड़ की लागत से बन रहे जलसार पार्क के पैदल पथ का निरीक्षण कर भी संदेश देने की कोशिश की…इसके अलावा गोड्डा सांसद ने जसीडीह रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एस्केलेटर,लिफ़्ट,पार्किंग मल्टी फ़ंक्शनल सेंटर की व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होने कहा कि इसे भी केन्द्र सरकार ने ही बनवाया है ।
सुप्रियो दा को सावन के अंधे की तरह हरा-हरा दिखाई देता है- निशिकांत
सावन की पहली सोमवारी पर देवघर एयरपोर्ट के उद्घाटन की बात कल झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने उठाई थी, और कहा की यह तैयार है और इसका जल्द उद्घाटन होना चाहिए। इस पर गोड्डा के सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि इसके एप्रोच रोड की फाइल
हेमंत सोरेन जी के टेबल पर एक साल से पड़ी है,10 मीटिंग हो चुकी । एयरपोर्ट का आगमन,प्रस्थान,एटीसी टॉवर सभी का काम अधूरा है
झामुमो के सुप्रीयो दादा को सावन की अंधे की तरह सभी कुछ हरा हरा दिखाई देता है
झामुमो ने बताया था आदिवासी मुख्यमंत्री का अपमान
इससे पहले देवघर एम्स के ओपीडी का उद्घाटन कैंसिल होने को झामुमो ने केन्द्र सरकार के द्वारा आदिवासी मुख्यमंत्री का अपमान बताया था । झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने झारखंड के सवा तीन करोड़ लोगों और एक आदिवासी मुख्यमंत्री का अपमान किया है। कार्यक्रम को अचानक रद करना अघोषित आपातकाल जैसा है। यह कारनामा गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे की ओर से सुनियोजित तरीके से किया गया है। उन्होंने इसे स्थगित करा दिया, क्योंकि वे ऑनलाइन की बजाय इस कार्यक्रम में अपनी शारीरिक उपस्थिति दर्ज कराना चाहते थे।