
मंगलवार देर शाम तक चली कैबिनेट किटी ऑन सेक्यूरिटी की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान में फंसे हर भारतीय को सुरक्षित अपने वतन वापस लेकर आएगी । इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदू, सिख और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय को भारत सरकार अपने देश में शरण देगी। इसके लिए सिंगल पेज आवेदन पत्र दिया जाएगा । तालिबान से प्रताड़ित अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक भारत में शऱण ले सकते हैं ।
हर भारतीय को सुरक्षित वापस लाना हमारा कर्तव्य- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सभी भारतीयों की अफगानिस्तान से सकुशल वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है और काबुल हवाईअड्डे से वाणिज्यिक उड़ानों की बहाली होते ही वहां फंसे अन्य भारतीयों को स्वदेश लाने का प्रबंध किया जाएगा। काबुल में भारतीय राजदूत और दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान से भारत पहुंचा।
कौन-कौन थे मौजूद ?
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, अफगानिस्तान में भारत के राजदूत आर. टंडन सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।