सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने एक आदमी और एक औरत ने खुद के शरीर में आग लगाकर जान देने की कोशिश की। दोनों गंभीर रुप से झुलसे हुए हैं और दिल्ली के एक अस्पताल में दोनों का ईलाज चल रहा है। दोनों पति-पत्नी हैं। लेकिन बड़ा सवाल कि आखिर उन्होनें ऐसा क्यों किया ?

पति-पत्नी ने खुद को आग के हवाले करने से पहले फेसबुक लाइव किया . जहां उन्होने अपने बारे में पूरी कहानी बताई है , जो इस प्रकार है…
अपने वीडियो में महिला कहती है – “हमने सांसद अतुल राय के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई । हमारे लाख प्रयास और गिड़गिड़ाने के बावजूद लोकल पुलिस सांसद अतुल राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार नहीं थी । हम पुलिस के रवैये के खिलाफ कोर्ट पहुंचे । हमें उम्मीद थी कि न्यायपालिका से हमें न्याय मिलेगा। पर यहां का माहौल तो और सड़ा हुआ है। लोअर कोर्ट के जिस जज को सांसद अतुल राय के खिलाफ फैसला देना था, वो आरोपी के यहां शराब पीने जाते थे ।”
महिला आगे कहती है- “उन्होने मेरे और मेरे गवाहों के खिलाफ ही गैर जमानती वारंट जारी कर दिया । वे सब एक-दूसरे से मिले हुए हैं, हम बर्बाद हो गये, सामाजिक रुप से भी और आर्थिक रुप से भी”
इसके बाद वीडियो में पति कहता है – “उत्तर प्रदेश की पुलिस ने हम दोनों और हमारे पक्ष में बयान देने वालों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया है। क्या यही है उत्तर प्रदेश की न्यायपालिका ? इतना कह पुरुष ने खुद के शरीर पर पेट्रोल छिड़का और देखते ही देखते खुद के शरीर में आग लगा ली ।

क्या है पूरा मामला ?
पुलिस का कहना है कि महिला और पुरुष गाजीपुर के रहने वाले पति-पत्नी हैं । दोनों ने साल 2019 में बहुजन समाज पार्टी के सांसद अतुल राय के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराई थी । अतुल राय को इस मामले में जेल भेजा गया था । इस बीच, अतुल राय के भाई ने पिछले साल नवंबर में वाराणसी में महिला के खिलाफ उसकी जन्मतिथि के बारे में कथित रूप से जाली दस्तावेज बनाने की शिकायत दर्ज कराई थी।
अतुल राय के भाई की शिकायत पर महिला के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया । दो अगस्त को पुलिस ने स्थानीय अदालत को बताया कि कई बार छापेमारी के दौरान भी वह उस महिला और उसके पति को ढूंढने में नाकामयाब रहे । इसके बाद वाराणसी की एक स्थानीय अदालत ने उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया ।
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के गेट के सामने दोनों ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली। गेट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें देखा और कंबल ओढ़ाकर उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़े। आग पर काबू पा लिया गया और दोनों को पुलिस वैन में राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया ।
डीसीपी (नई दिल्ली) दीपक यादव ने बताया कि दोनों की हालत नाजुक है । महिला 85 फीसदी और पुरुष 65 फीसदी जल गया है। उन्होने कहा कि उन्होंने यूपी पुलिस के साथ दोनों का विवरण साझा किया है और उनके परिवारों को सूचित किया है।

