उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। राइस रिसर्च सेंटर हजारीबाग के प्रख्यात सेवानिवृत्त सीनियर साइंटिस्ट डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा का निधन गुरुवार की रात हो गया। वे हजारीबाग की प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ आर एस वंदना के पति और डॉ अभिषेक के पिता थे।
डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा की बहू डॉ स्नेहलता भी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। वहीं छोटा बेटा डॉ.अनुव्रत हांगकांग में बोन स्पेसलिस्ट हैं। उनकी बेटी डॉ अंजलि उर्फ डॉ. दीप्ति सिन्हा और दामाद डॉ.बिजय कृष्ण सिंह भी बिहार के भागलपुर में डॉक्टर हैं। गुरुवार की रात रांची मेडिका अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
जाने-माने सीनियर साइंटिस्ट डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा चावल की कई नई किस्मों के जनक थे। उनके ही प्रयास से ही हजारीबाग में राइस रिसर्च सेंटर की स्थापना भी हुई थी। उन्होंने पत्नी के नाम पर वंदना धान बीज की पांच किस्में, बेटे के नाम अभिषेक और बेटी के नाम अंजलि नामक एक-एक धान की नई किस्म का सफल अनुसंधान किया था। यह धान बीज अभी झारखंड, बिहार, असम, नागालैंड, मिजोरम और ओडिसा में बेहतर पैदावार दे रहा है।
उनकी पढ़ाई बिहार के नामी पूसा एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय से हुई थी और वहां भी वे कृषि वैज्ञानिक रह चुके थे। हजारीबाग के शिवपुरी में उनका आवास है। उनके निधन पर शहर के कई गणमान्य लोगों ने शोक जताया है। मूल रूप से पूरा परिवार लखीसराय जिले के बड़हिया निवासी हैं। बिहार के पटना स्थित गंगा तट पर उनके अंतिम संस्कार के लिए पूरा परिवार उनके पार्थिव शरीर के साथ चले गए हैं।