श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा से दो महीने पहले, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में पहलगाम के बैसारन घाटी में आतंकियों की अंधाधुंध गोलीबारी में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले में कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
पीटीआई के अनुसार, मृतकों में दो विदेशी नागरिक, दो स्थानीय निवासी और भारतीय नौसेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नारवाल और उनकी पत्नी शामिल हैं। इसके अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो अधिकारी मनीष रंजन और कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के रियल एस्टेट कारोबारी मंजुनाथ राव की भी गोली लगने से मौत हुई है।
हमले की भयावहता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत श्रीनगर पहुंचकर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी फोन पर बात हुई, जिनके निर्देश पर शाह ने यह दौरा किया।
हमले का विवरण: हमला दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ, जब पर्यटक एक विश्राम स्थल पर रुके थे। भारतीय सेना की वर्दी में आए आतंकियों ने तीन दिशाओं से घेरकर फायरिंग शुरू कर दी। चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकवादी ऑटोमैटिक हथियारों से लैस थे और हमले के बाद मौके से फरार हो गए। क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है।
कुछ पहचाने गए पीड़ितों के नाम:
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विनो भट्ट (गुजरात)
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मनीक पाटिल
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रिनो पांडे
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एस बालाचंद्रु (महाराष्ट्र)
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डॉ. परमेश्वर
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अभिजवम राव (कर्नाटक)
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चंद्रु (तमिलनाडु)
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साक्षी कुमारी (ओडिशा)
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प्रशांत सतपथी (बालासोर, ओडिशा)
कश्मीर बंद का ऐलान:
इस हमले के खिलाफ बुधवार को जम्मू-कश्मीर में पूर्ण बंद का ऐलान किया गया है। जम्मू चैंबर और बार एसोसिएशन, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और मुताहिदा मजलिस-ए-उलमा (MMU) ने शांति से बंद का समर्थन करते हुए नागरिकों से इसमें भाग लेने की अपील की है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:
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एलजी मनोज सिन्हा: “हम इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की निंदा करते हैं। अपराधियों को सजा दिलाना तय है।”
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उमर अब्दुल्ला: “यह हमला असहनीय है, निर्दोषों की हत्या मानवता के खिलाफ अपराध है।”
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महबूबा मुफ्ती: “कश्मीर ने हमेशा पर्यटकों का स्वागत किया है, यह हमला हमारी संस्कृति पर आघात है।”
सहायता केंद्र स्थापित:
पर्यटकों की मदद के लिए पुलिस कंट्रोल रूम अनंतनाग में 24 घंटे सक्रिय हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है।
संपर्क विवरण:
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मोबाइल: 9596777669
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लैंडलाइन: 01932225870
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WhatsApp: 9419051940
कर्नाटक सरकार की तत्परता:
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने वरिष्ठ IPS अधिकारी आर. चेतन के नेतृत्व में एक टीम को कश्मीर भेजा है ताकि कन्नड़ यात्रियों की मदद की जा सके। उन्होंने दिल्ली के कर्नाटक भवन को समन्वय के निर्देश भी दिए हैं।