मेदिनीनगर (उज्ज्वल दुनिया): अनलॉक 5 प्रारंभ होते हीं बाजारों में एवं सड़कों पर काफी भीड़ देखी जा रही है। लगभग सभी कार्यालय आधे छमता के अनुसार कार्य करना प्रारंभ कर दिए हैं वहीं शहर के सभी प्रतिष्ठाने भी खुलने लगी है परंतु मेदिनीनगर शहर के लाइफ लाइन के नाम से प्रचलित एकमात्र जिला स्कूल के खेल का मैदान आज भी सब्जी विक्रेताओं के चंगुल से मुक्त नहीं हो पाया है। इस खेल के मैदान में प्रत्येक दिन सैकड़ों सब्जी विक्रेताओं की भीड़ लगती है जहां कोरोना गाइडलाइंस का कोई पालन नहीं होता है। खिलाड़ी लोग खेल के मैदान के एक कोने में अपने अभ्यास जारी रखने के लिए मजबूर हैं। प्रश्न उठता है कि जहां भारत सरकार खेलो इंडिया और फिट इंडिया के सपने देखती है वहीं स्थानीय जिला प्रशासन शहर के एकमात्र प्रमुख खेल का मैदान को भी सब्जी विक्रेताओं के हवाले क्यों कर रखी है? बताया जाता है कि खिलाडि़यों ने मैदान खाली कराने के लिए जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं परंतु प्रशासन इस पर कोई पहल अभी तक नहीं की है। मैदान के आधे से अधिक हिस्से में सब्जी बाजार लगता है जिसके कारण एक तिहाई हिस्से में ही खिलाडि़यों को अपना अभ्यास करना पड़ता है। एक तिहाई स्थान में ही लगभग तीन-चार टीमें क्रिकेट की एवं दो टीमें फुटबॉल की अभ्यास करती है नतीजा है कि कई बार खिलाड़ी एक दूसरे से टक्कर मार जाते हैं एवं घायल हो जाते हैं।
मौके पर पलामू जिला फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव महेश तिवारी ने कहा कि जिला प्रशासन को खिलाडि़यों के भविष्य को देखते हुए यथाशीघ्र सब्जी मंडी को कहीं अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय जिला प्रशासन खेल के प्रति काफी उदासीन है। ना तो यहां पर खिलाडि़यों के लिए प्रशासन उचित स्थान मुहैया करा रही है नहीं प्रशिक्षण। जो भी खिलाड़ी हैं वे खुद ही अपने प्रतिभा को निखारने में रात दिन कड़ी मेहनत करते हैं एवं अपने बलबूते पर ही जिला के लिए पुरस्कार पाकर जिला को गौरवान्वित करने का काम करते हैं। यदि खेल का मैदान ही सुरक्षित नहीं है रहेगा तो खिलाड़ी के भविष्य आखिर सुरक्षित कैसे रह सकता है ? जिला में खेल का वर्तमान हालात काफी चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि वे पुनः प्रशासन से आग्रह करते हैं कि जिला स्कूल के मैदान को सब्जी विक्रेताओं से यथाशीघ्र सुरक्षित कर खिलाडि़यों को अभ्यास करने का अवसर दिया जाए।
वरिष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी चंदन कुमार ने भी जिला स्कूल के मैदान को सब्जी मंडी बनाने पर काफी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सब्जी मंडी लगने से खेल के मैदान को भौतिक रूप से काफी क्षति हो रही है क्योंकि यहां पर गंदगीयों का अंबार लग गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में खेल के मैदान में गंदगी फैलने से खिलाडि़यों को बीमारी का खतरा बढ़ चुका है। जिला प्रशासन को चाहिए कि सब्जी मंडी को यथाशीघ्र कहीं अन्य जगह पर हटाकर ले जाया जाए जिससे जिला के खिलाड़ी लोग खेल में निरंतरता बनाए रख सकें।
जब इस संबंध में पलामू जिला खेल पदाधिकारी उमेश लोहरा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पलामू जिला खेल का मैदान जिला स्कूल के प्राचार्य एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी के अधीनस्थ है। यदि विद्यालय प्राचार्य खेल के मैदान को सब्जी विक्रेताओं से मुक्त करना चाहते हैं तो वे संबंधित विभाग से बात करेंगे। श्री लोहरा ने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से जिला शिक्षा पदाधिकारी से आग्रह करेंगे कि खेल के मैदान को कैसे खिलाडि़यों को जल्द मुहैया हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान में खिलाड़ीगन जीएलए कालेज के मैदान में अपना अभ्यास जारी रख सकते हैं। खेल पदाधिकारी श्री लोहरा ने कहा कि जिला में इनडोर और आउटडोर खेल के मैदान के लिए राज्य सरकार को प्रपोजल भेजी गई है। आउटडोर के गेम के लिए जीएलए कॉलेज के नजदीक स्टेडियम निर्माणाधीन है और उम्मीद है कि जल्द ही खिलाडि़यों को यह मैदान प्राप्त हो जाएगी और इंदौर का प्रपोजल जैसे ही राज्य सरकार पास करती है हम लोग इस पर भी पहल करेंगे। वर्तमान में को कोविड संक्रमण से बचाव करते हुए खिलाडि़यों को अपना अभ्यास जारी रखना चाहिए।