वॉशिंगटन, 20 अगस्त 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि रूस के खिलाफ यूक्रेन की रक्षा में अमेरिकी सैनिकों को नहीं भेजा जाएगा। यह बयान उन्होंने उस दिन के एक टीवी इंटरव्यू में दिया, जब एक दिन पहले उन्होंने सैनिक भेजने की संभावना को पूरी तरह खारिज नहीं किया था।
ट्रंप ने साफ कहा कि यूक्रेन का नाटो में शामिल होना और 2014 में रूस द्वारा कब्जा किए गए क्रीमिया को वापस पाना “असंभव” है।
सोमवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं के बीच घंटों चली वार्ता में युद्ध खत्म करने के रास्तों पर चर्चा हुई। शुरुआती दौर में ट्रंप ने यूरोपीय शांति मिशन में अमेरिकी सैनिकों की भागीदारी से इनकार नहीं किया था, लेकिन मंगलवार को Fox News चैनल के Fox & Friends कार्यक्रम में उन्होंने कहा—
“आपके पास मेरा आश्वासन है, और मैं राष्ट्रपति हूं। अमेरिकी सैनिक जमीनी स्तर पर नहीं भेजे जाएंगे।”
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने भी यह दोहराया कि किसी भी संभावित शांति मिशन में अमेरिकी सैनिक शामिल नहीं होंगे।
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच सीधे वार्ता की व्यवस्था कर रहे हैं। हालांकि, क्रेमलिन ने अभी तक पुतिन की भागीदारी को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है।
ट्रंप का मानना है कि शांति समझौते की संभावना है, लेकिन इसके लिए यूक्रेन को क्रीमिया की वापसी और नाटो सदस्यता की उम्मीद छोड़नी होगी। उन्होंने दावा किया कि पुतिन “थक चुके हैं” और आने वाले हफ्तों में उनकी रणनीति साफ हो जाएगी।

