पटना: बिहार के मधुबनी जिले में गुरुवार को दो संदिग्ध चीनी जासूसों को भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र का वीडियो बनाते समय गिरफ्तार किया गया। उनके मोबाइल फोन से भारत विरोधी और खालिस्तानी समर्थक 50 से अधिक वीडियो बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान वू हैइलोंग (38), निवासी लियाओनिंग प्रांत, चीन और शेंग जुन योंग (30) के रूप में हुई है। दोनों पर्यटक वीज़ा पर नेपाल आए थे।
सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 48वीं बटालियन ने इन्हें हरलाखी थाना क्षेत्र के पिपरौन-जठाही सीमा चौकी के पास से पकड़ा। गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिकों के पास भारत में मौजूदगी के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं थे, और वे अंग्रेज़ी या हिंदी नहीं समझते, जिससे पूछताछ में कठिनाई आई।
SSB ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को सतर्क किया, और पूछताछ के लिए मंदारिन भाषा के विशेषज्ञों को बुलाया गया। दोनों को हरलाखी थाना पुलिस को सौंपा गया, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ जारी है।
सुरक्षा अलर्ट और संदिग्ध गतिविधियां:
गिरफ्तारी ऐसे समय हुई जब:
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
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सोमवार और मंगलवार को नेपाल की ओर से ड्रोनों के झुंड मधुबनी और पूर्णिया में भारतीय सीमा में घुसे और लगभग 20-30 मिनट तक भारतीय हवाई क्षेत्र में मंडराते रहे।
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“ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के बाद सीमा पर सुरक्षा अलर्ट पहले से ही जारी है।
अब तक नेपाल सीमा से लगे इलाकों में चीन, बांग्लादेश, कनाडा, नेपाल और दक्षिण कोरिया के 13 विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस की प्रतिक्रिया:
हरलाखी थाना प्रभारी आदित्य कुमार ने बताया,
“दोनों चीनी नागरिकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।”