देश की जनता को नेता और समाचार माध्यम कैसे असली मुद्दों से भटकाते हैं, उसका उदाहरण देखिए:
आज का सबसे बड़ा मुद्दा रहा ट्विटर पर “ब्लू टिक” । लगभग सभी चैनल इसी में उलझे रहे कि किसे “ब्लू टिक” मिला और किसे नहीं। इस बीच सरकारों ने क्या-क्या खेल कर दिया आपको पता भी नहीं।
हरियाणा सरकार ने 948 की वैक्सीन 1120 में खरीदा
1. हरियाणा सरकार ने पांच लाख की आबादीवाले माल्टा (Malta) की एक कंपनी से स्पुतनिक (SputnikV) की 6 करोड़ डोज खरीदने का समझौता किया है । कंपनी ने दाम बताया है 1120 रुपए । भारत में रूस से आयात की गई स्पुतनिक का दाम तय है 948 रुपए । माल्टा में वैक्सीन बनती नहीं है । अब हरियाणा सरकार 948 में मिलने वाली वैक्सीन 1120 रुपये में क्यों खरीद रही है ये भगवान् ही जानता है । लेकिन आप ट्विटर के “ब्लू टिक” में उलझे रहिए ।

2. Century Hospital ने तीन हफ्ते का बिल दिया है 70 लाख रुपया। बिल देखकर शख्स दोबारा बीमार पड़ गया। ये आपके साथ हो सकता है। जिस तरह प्राइवेट अस्पताल आम लोगों को लूट रहे हैं, उसका अंजाम कितना खतरनाक होगा आपको शायद इसका अंदाजा भी नहीं। लेकिन आप फिलहाल ट्विटर के ब्लू टिक में उलझे रहिए ।

पैसा गया कहाँ ?
नवंबर 2020: सरकार ने Vaccine Research के लिए 900 करोड़ रुपए Department of Biotechnology को दिए
फरवरी 2021 बजट: Vaccine के लिए 35,000 करोड़ रु रखे
अप्रैल 2021: सरकार ने कहा SII और BharatBiotech को 4,500 करोड़ रु का एडवांस दिया जाएगा ताकि production ramp up हो ।
Delhi High Court ने केंद्र को फटकार लगाते हुए कहा कि देश में और वैक्सीन बनाने की क्षमता है, infrastructure है, पर आप खोज ही नहीं रहे ? रूस को हिमाचल में Vaccine बनाने की सुविधा दिख गई पर आप इसमें नाकाम रहे ।
कोर्ट ने सरकार से Panacea Biotec के रोके गए 14 करोड़ रुपए देने को कहा, ताकि काम शुरू हो ।