वेस्ट पाम बीच: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा कि वह तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के तरीकों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि वह संवैधानिक बाधाओं को पार करने के तरीकों की खोज कर सकते हैं ताकि 2029 में अपना दूसरा कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी सत्ता में बने रह सकें।
“मैं मजाक नहीं कर रहा,” ट्रंप ने एनबीसी न्यूज को दिए एक टेलीफोन इंटरव्यू में कहा। उन्होंने फ्लोरिडा से वॉशिंगटन जाते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “बहुत से लोग मुझसे कह रहे हैं कि मुझे तीसरा कार्यकाल लेना चाहिए। एक तरह से यह चौथा कार्यकाल होगा क्योंकि 2020 का चुनाव पूरी तरह से धांधली था।”
हालांकि, ट्रंप ने कहा कि वह अभी इस बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहते क्योंकि “हमें अभी बहुत लंबा सफर तय करना है।”
क्या ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति बन सकते हैं?
अमेरिकी संविधान का 22वां संशोधन, जिसे 1951 में लागू किया गया था, स्पष्ट रूप से कहता है कि “कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित नहीं हो सकता।”
ट्रंप की इस घोषणा ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। न्यूयॉर्क के डेमोक्रेटिक सांसद डैनियल गोल्डमैन ने इसे “लोकतंत्र को समाप्त करने की एक और कोशिश” बताया और कहा कि “अगर कांग्रेस के रिपब्लिकन संविधान में विश्वास रखते हैं, तो उन्हें ट्रंप की इस महत्वाकांक्षा का विरोध करना चाहिए।”
ट्रंप के तीसरे कार्यकाल की संभावनाएँ
कुछ रिपब्लिकन समर्थक इस विचार का समर्थन कर रहे हैं। ट्रंप के पूर्व रणनीतिकार स्टीव बैनन ने कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में कहा था, “हमें 2028 में ट्रंप को फिर से राष्ट्रपति बनाना चाहिए।”
विपक्षी दलों और संवैधानिक विशेषज्ञों ने इस विचार को अव्यवहारिक बताया है।
नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के संवैधानिक कानून विशेषज्ञ जेरेमी पॉल ने कहा, “कोई भी वैध संवैधानिक तर्क ट्रंप को तीसरी बार चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देगा।”
ट्रंप ने एनबीसी को दिए इंटरव्यू में संकेत दिया कि वह अपने उपराष्ट्रपति जेडी वांस को राष्ट्रपति पद के लिए खड़ा कर सकते हैं और बाद में उनसे पदभार ले सकते हैं। जब उनसे पूछा गया कि “क्या यह एकमात्र तरीका है?” तो उन्होंने जवाब दिया, “नहीं, और भी तरीके हैं।” लेकिन उन्होंने अन्य संभावित तरीकों का खुलासा नहीं किया।
जनता और कानूनी अड़चनें
नोट्रे डेम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेरेक मुलर ने कहा कि “संविधान के 12वें संशोधन के तहत, कोई भी व्यक्ति जो राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य है, वह उपराष्ट्रपति भी नहीं बन सकता।”
इसके अलावा, किसी भी संभावित संवैधानिक संशोधन के लिए कांग्रेस, सुप्रीम कोर्ट और अमेरिकी मतदाताओं की मंजूरी की आवश्यकता होगी, जो एक कठिन प्रक्रिया है।
ट्रंप की लोकप्रियता का दावा
ट्रंप ने दावा किया कि “उनकी लोकप्रियता अमेरिकी इतिहास में किसी भी रिपब्लिकन राष्ट्रपति से अधिक है।” हालांकि, गैलप पोल के अनुसार, 2001 में जॉर्ज डब्ल्यू. बुश की लोकप्रियता 90% तक पहुंच गई थी, जबकि ट्रंप की अधिकतम 47% रही है।
क्या ट्रंप लोकतंत्र के लिए खतरा हैं?
ट्रंप इससे पहले भी कई बार तीसरे कार्यकाल की बात कर चुके हैं, लेकिन अधिकतर मौकों पर इसे मजाक के रूप में लिया गया। अब जबकि उन्होंने इसे गंभीरता से उठाया है, यह अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट और कुछ रिपब्लिकन नेताओं ने अब तक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन, हाउस डेमोक्रेटिक लीडर हकीम जेफ्रीज, सीनेट मेजॉरिटी लीडर जॉन थ्यून, और सीनेट डेमोक्रेटिक लीडर चक शूमर की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।