न्यूयॉर्क: न्यूयॉर्क सिटी की प्रतिष्ठित “इकॉनॉमी कैंडी” स्टोर, जो अपने 2000 से अधिक तरह की देशी और विदेशी मिठाइयों के लिए मशहूर है, अब अमेरिका में लगने वाले नए टैरिफ्स की वजह से दबाव में आ गई है।
स्टोर के मालिक मिशेल कोहेन के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए ऐतिहासिक टैरिफ लगभग हर उत्पाद को प्रभावित कर रहे हैं। “मुझे लगता है, हमारे स्टोर के लगभग सारे प्रोडक्ट्स प्रभावित हो रहे हैं,” उन्होंने कहा।
भारत से आने वाली पिस्ता स्निकर्स बार्स पर 26% टैरिफ लग चुका है, जबकि पुर्तगाल से आने वाली पैशन फ्रूट मूस स्निकर्स पर 20% यूरोपीय यूनियन लेवी लागू हो चुकी है।
हालांकि कुछ स्निकर्स अमेरिका में बनते हैं, पर उनमें इस्तेमाल होने वाली चॉकलेट, मूंगफली और शुगर जैसी चीजें दुनिया के अन्य देशों से आती हैं। जिससे अमेरिकी उत्पाद भी टैरिफ के जाल में फंसे हैं।
इकॉनॉमी कैंडी: इतिहास और संघर्ष
1937 में शुरू हुआ यह स्टोर पहले टोपी और जूते की मरम्मत करता था, लेकिन महामंदी के बाद मिठाइयों का व्यवसाय शुरू किया। वर्षों में यह स्टोर न केवल एक व्यापार बन गया, बल्कि कोहेन परिवार की पीढ़ियों की यादों का हिस्सा भी बना रहा।
स्टोर में हर प्रकार की कैंडी मिलती है – जर्मनी की गमियां, स्पेन की लॉलीपॉप्स, जापान के किटकैट्स और अमेरिका के क्लासिक स्नैक्स। लेकिन अब बढ़ती लागत और नई टैरिफ नीतियों के चलते मिशेल कोहेन को डर है कि वह अपनी ‘इकॉनॉमी’ वाली पहचान को बनाए नहीं रख पाएंगे।
उन्होंने बताया, “पहले जो कैंडी 59 सेंट में बिकती थी, वह अब $1.59 में मिलती है। मैं नहीं चाहता कि कोई हमारे स्टोर में आए और सोचे कि यह अब किफायती नहीं है।”
एक फ्रेंच सप्लायर ने उन्हें हाल ही में 5% सरचार्ज की सूचना दी – सीधे टैरिफ के असर के रूप में। फिर भी कोहेन मुस्कुरा रहे थे।
“मैं चाहता हूँ कि यह जगह लोगों के लिए खुशी की यादें लेकर आए,” उन्होंने कहा। “ऐसा वक्त याद दिलाए जब आपको किसी बात की चिंता नहीं होती थी।”