झारखंड की राजधानी रांची से सटे आदिवासी बहुल खूँटी जिले से एक बड़ी खबर आई है । वहां परवेज उर्फ बबलू नाम के युवक ने पहले एक ईसाई महिला (मरियम आइन्द) से शादी की । फिर दोनों पति-पत्नी ने मिलकर NGO खोला । खूँटीजिले के तिरला थाना अंतर्गत इस NGO में 40 आदिवासी किशोरी छात्राओं के साथ शारीरिक शोषण की बात सामने आई है।
क्या है पूरी घटना?
दरअसल बबलू उर्फ परवेज ने बच्चियों को “सहनशक्ति टेस्ट” के नाम पर शारीरिक शोषण का शिकार बनाया है । पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महिला थाना प्रभारी और खूंटी की बीडीओ को जांच के आदेश दिए । एनजीओ के कोषाध्यक्ष द्वारा छात्राओं की सहनशीलता टेस्ट के नाम पर छेड़खानी की घटना सही पायी गयी। आरोपी कोषाध्यक्ष बबलू उर्फ परवेज आलम गिरफ्तार कर लिया गया है।
बेहद डरी हुई हैं बच्चियाँ
छात्राओं ने किसी तरह एक महिला समाजसेवी को फोन कर पूरी बात बताई। आदिवासी बच्चियाँ गरीब परिवारों से हैं। वे इस घटना के बाद डरी हुई हैं। बच्चियों ने फोन पर समाजसेवी एम. बाखला को बताया कि उनके साथ पिछले कई दिनों से यौन शोषण होता रहा है। पूछने पर परवेज उर्फ बबलू कहता था कि ये इस बात का टेस्ट है कि हम कितना दर्द बर्दाश्त कर सकती हैं। जिला प्रशासन की ओर से बनाई गई जांच टीम ने पूरे मामले का पता लगाने के लिए खूंटी महिला थाना प्रभारी और बीडीओ को जिम्मेदारी सौंपी है ।