नक्सलियों की नई गतिविधियां
इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार नक्सलियों ने सीधी और सिंगरौली की तरफ रुख किया है। माडा के जंगल को अपना नया ठिकाना बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
पुनर्वास नीति में सरकार ने खजाना खोला
मध्य प्रदेश सरकार ने नक्सलियों के पुनर्वास की नई नीति की भी घोषणा की है। इसमें नक्सलियों को मुख्य धारा में शामिल करने के लिए सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है।
- लाइट मशीन गन, रॉकेट लॉन्चर, स्नाइपर राइफल के साथ आत्मसमर्पण करने पर ₹4.5 लाख प्रति हथियार।
- कार्बाइन 303, राइफल के मामले में ₹3.5 लाख।
- आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को विवाह के लिए ₹50,000।
- ₹5 लाख की राशि आत्मसमर्पण के लिए घोषित पुरस्कार के रूप में।
- जमीन खरीदने के लिए ₹20 लाख तक का अनुदान।
- घर खरीदने और व्यवसाय के लिए अतिरिक्त योजनाएं।
सुरक्षा बलों की नई तैनाती
राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की गतिविधियां बढ़ाई हैं। सीआरपीएफ की दो नई बटालियन की मांग की गई है और नक्सल इलाकों में बेहतर ट्रांसपोर्टेशन के लिए 220 सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।
नक्सलियों का नया ठिकाना
मंडला, डिंडोरी और बालाघाट में सरकार की गतिविधियों की वजह से नक्सलियों ने नए क्षेत्रों की तलाश शुरू कर दी है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार नक्सलियों ने सीधी और सिंगरौली के जंगलों की तरफ रुख किया है और माडा के जंगलों को ठिकाना बनाने की योजना बना रहे हैं।
नक्सली गतिविधियों का इतिहास
1999 में नक्सलियों ने दिग्विजय सरकार के मंत्री लिखीराम कावरे की हत्या कर दी थी। इसके बाद छत्तीसगढ़ बनने के बाद नक्सलियों की गतिविधियां बस्तर क्षेत्र में सक्रिय रहीं। पिछले वर्ष जबलपुर में 82 लाख का इनामी नक्सली अशोक रेड्डी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया था।