राजधानी रांची के अपर बाजार में भवनों को तोड़े जाने का निर्देश के विरोध पर रांची शहर बचाओ समिति का गठन किया गया। बुधवार को महावीर चौक स्थित कपड़ा व्यवसाई कमिटी के कार्यलय में अपर बाजार के भवन मालिको की बैठक हुई।
जनप्रतिनिधियों से मिलकर आंदोलन में साथ देने की अपील करेंगे व्यापारी
इस बैठक में सारे विषयो पर विस्तार से चर्चा की गई । और यह तय किया गया कि सरकार के आदेश के खिलाफ दो तरह से लड़ाई लड़ी जाएगी। पहला जो कि कानूनी होगी और दूसरा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसमे कई समितिया जुड़ेंगी खास कर चैम्बर ऑफ कॉमर्स।इसके अलावा व्यवसाईयों ने तय किया है कि वे जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे।
अपर बाजार के 12 भवनों को 15 दिन में तोड़ने का आदेश
गौरतलब है कि मंगलवार को नगर निगम के आयुक्त मुकेश कुमार ने 12 भवनों को 15 दिनों के अंदर तोड़ने का आदेश दिया है। इसमें शहर का प्रतिष्ठित बीकेबी मॉल, मोदी संस, रंगीला, अलका जेवेलर्स आदि शामिल है। इसके अलवा अपर बाज़ार के अधिकतर भवनों को नोटिस और कुछ पर बिना नक्शे का भवन निर्माण के तहत यूसी केस दायर किया गया है। अपर बाजार बहुत पहले से बसा हुआ है और सभी भवन 70 से 80 साल पुराने हैं। उस समय न तो नगर निगम था और न ही आरआरडीए ताकि लोग नक्शा पास करवा सकें।
क्या कहते हैं भवन मालिक ?
एक भवन मालिक, नारायण मुरारका का कहना है कि भवनों को इसी तरह से पास किया जाए और आज के अनुसार और कुछ पेनल्टी के साथ रेगूलराइज कर दिया जाए। इस पर सभी भवन मालिक सहमत हैं और सिर्फ उसी भवनों को तोड़ा जाए जिन्होने बाद में अतिक्रमण किया हो। व्यापारियों ने एकजुट होकर कहा कि पहले से ही कोरोना का मार झेल रहे व्यापारियों को अब ऐसे परेशान किया जा रहा है।